Himachal Cabinet Meeting || PTA टीचरों के लिए खुशखबरी, मल्टी टॉस्क वर्करों के 1 हजार पदों पर निकली बंपर भर्ती
Himachal Government Cabinet Meeting Update; Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu
हाइलाइट्स
- 1000 पद मल्टी टॉस्क वर्कर के पदों पर निकली बंपर भर्ती
- लेफ्ट आउट PTA टीचर को रेगुलर करने की मंजूरी
- मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू कैबिनेट मीटिंग की अध्यक्षता
Himachal Government Cabinet Meeting || हिमाचल प्रदेश के मुख्यंत्री सुक्खू विंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षा में हुई है। कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले लिए गए है। यह कैबिनेट बैठक बीते दिन होनी थी लेकिन किसी कारण इसे रद्द कर दिया और आज हुई है। बैठक में सबसे बड़ा फैसला लिया गया है कि प्रदेश में 1000 मल्टी टॉस्क वर्कर पदों को भर्ती करने की मंजूरी दी गई। स्कूलों में लंबे समय से सेवारत्त PTA (पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन) को भी रेगुलर करने का निर्णय लिया गया। कैबिनेट में लिए निर्णय के अनुसार, जिन टीचरों को सरकार से ग्रांट इन एड मिल रही है, उन्हें रेगुलर किया जाएगा। पूर्व में कुछ PTA नियमितिकरण को छूट गए थे।
- लोक निर्माण विभाग (PWD) में JOAN (IT) के 30 पदों और आर्किटेक्ट विंग में वरिष्ठ ड्राफ्ट्समैन के चार रिक्त पदों को भी मंजूरी दी गई।
- कैबिनेट ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया, जिसमें 46 पीटीए शिक्षकों को रेगुलर किया गया है। जो राज्य सरकार की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं
- बैठक में दसवीं फूड सेफ्टी कार खरीदने और दसवीं खाद्य विश्लेषकों, दसवीं परिचारकों और दसवीं चालकों की सेवाएं लेने का भी निर्णय लिया गया।
इन स्कूलों को मान्यता दी गई
ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में राजकीय माध्यमिक विद्यालय बंगाल चौकी, थरांगन, सलिहार, बोहन भट्टी, देहरियां और राजकीय माध्यमिक विद्यालय चौकाथ को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्तरोन्नत करने का निर्णय लिया गया है. जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में राजकीय माध्यमिक विद्यालय चन्द्रौण को राजकीय उच्च विद्यालय में स्तरोन्नत करने का इसके अलावा, राजकीय माध्यमिक विद्यालय फगोट (जिला चंबा) को राजकीय उच्च विद्यालय, राजकीय उच्च विद्यालय जोलना, रंग, भराड़ी और मथोलु (जिला शिमला) को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करने का निर्णय लिया गया।
कांगड़ा जिले के पालमपुर, जयसिंहपुर और ज्वालामुखी में जलशक्ति विभाग के मंडल स्थापित करने का फैसला किया गया है।जल शक्ति विभाग की कार्यप्रणाली को सुव्यवस्थित करने और आम जनता की सुविधा के लिए चंबा जिला में जल शक्ति मण्डल को डलहौजी से चुवाड़ी स्थानांतरित करने का फैसला किया गया है. इसके अलावा, शिमला जिला में जल शक्ति विभाग के कसुम्पटी, सुन्नी, नेरवा और मतियाणा मण्डलों को भी पुनर्गठित किया जाएगा।
मंत्रिमण्डल ने ऊना जिले में 50 बिस्तर वाले नागरिक अस्पताल हरोली को 100 बिस्तरों वाले अस्पताल में स्तरोन्नत करने, शिमला जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुम्मा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्तरोन्नत करने, सिरमौर जिले की ग्राम पंचायत कोटा पब के कंडी में स्वास्थ्य उप-केंद्र खोलने और ऊना जिले के बालीवाल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने के साथ आवश्यक पद भरने को मंजूरी दी। मंत्रिमण्डल ने लोगों की सुविधा के लिए लोक निर्माण विभाग के ममलीग अनुभाग को विभाग के अर्की मण्डल से सोलन मण्डल में स्थानांतरित करने का भी निर्णय लिया।
मंत्रिमंडल ने जिला हमीरपुर के नादौन में लोक निर्माण विभाग का मण्डल और बड़सर विधानसभा क्षेत्र के बिझड़ी में लोक निर्माण विभाग का उपमंडल खोलने तथा इनमें आवश्यक पदों को भरने का निर्णय लिया। इसके अतिरिक्त हरोली में लोक निर्माण विभाग का एक नया मंडल खोलने और आवश्यक पदों को सृजित कर भरने तथा जिला कांगड़ा में उप-तहसील प्रागपुर को तहसील में स्तरोन्नत कर आवश्यक पदों को सृजित कर भरने का निर्णय भी लिया गया।
बैठक में मंडी जिले के धर्मपुर में उपमंडलीय पुलिस कार्यालय खोलने, हमीरपुर जिले के भोरंज पुलिस स्टेशन के तहत लदरौर में पुलिस चौकी खोलने और कुल्लू जिले में पुलिस चौकी मणिकर्ण को पुलिस स्टेशन में स्तरोन्नत करने के साथ-साथ विभिन्न श्रेणियों के पदों के सृजन और भरने को मंजूरी दी गई। बद्दी पुलिस जिले में सिटी पुलिस पोस्ट वर्धमान को क्रियाशील बनाने के लिए विभिन्न श्रेणियों के पद सृजित कर भरने का भी निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल ने जिला शिमला के ब्लॉक टिक्कर में स्वास्थ्य उप-केंद्र कोठारी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्तरोन्नत करने को मंजूरी दी। मंत्रिमंडल ने कांगड़ा के जिला स्तरीय छिंज सल्याणा, लिदबार मेले, ऊना जिला के हरोली उत्सव और बिलासपुर जिला के घुमारवीं ग्रीष्मोत्सव को राज्य स्तरीय मेले में स्तरोन्नत करने को मंजूरी दी। इसके अलावा, जयसिंहपुर का होली मेला, जिला बिलासपुर का अजमेर (भराड़ी) ग्रीष्मोत्सव, सांगला होली उत्सव और गंगथ कारु महाराज मेला को जिला स्तरीय मेलों में स्तरोन्नत करने का भी निर्णय लिया गया।