10 Rupee Coin Problems | जानिए क्यों लोगों ने 10 रुपये के सिक्के से बनाई दूरी, इन राज्यों में अभी तक है बैन
10 Rupee Coin Problems | पत्रिका वायरल डेस्क: 10 रुपये के सिक्के लॉन्च होते ही लोगों ने उन्हें पसंद किया और उनका उपयोग किया। लेकिन कुछ समय बाद कई राज्यों में दुकानदार उन्हें लेने से मना करने लगे। 10 के Coin का इस्तेमाल करना बंद कर दिया गया है, लेकिन कई राज्यों में अभी भी इनका इस्तेमाल किया जाता है। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और यूपी में तो अभी भी Coin का उपयोग होता है। लेकिन छत्तीसगढ़ इसका उपयोग नहीं करता। व्हाट्सएप पर कुछ फॉरवर्ड मैसेज, "कुछ लोगों में यह धारणा बना दी गई कि यह 10 रुपये का सिक्का नकली है/बंद होने वाला है", इस बारे में यकीन दिलाने लगे। 5-6 साल से भी ज्यादा समय से यह अफवाह चल रही है।
एक व्हाट्सएप यूजर्स के अनुसार, ‘‘मैं जिस राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा (nationalized bank branch) में काम करता था, उसके वॉल्ट में 16 लाख रुपये के 10 रुपये के सिक्के थे। कारण यह है कि ग्राहक प्रतिदिन उन्हें जमा करते, लेकिन जब वे निकासी के लिए आते हैं तो कैशियर अगर उन्हें एक भी सिक्का वापस करने की कोशिश करता है तो बहुत बड़ा झगड़ा हो जाता है। आरबीआई इसे वापस नहीं लेगा और फिर जनता की मूर्खता के लिए बैंकों को दोषी ठहराएगा।
वहीं टोल बूथ वाले इन Coin को कभी-कभी लेते हैं। यदि किसी को 10 रुपये का सिक्का टोल बूथ पर दिया जाए तो कोई विरोध नहीं करेगा। लेकिन फास्टैग के साथ इसे बंद कर दिया गया है। क्या आपका बैंक उन Coin को तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में स्थानांतरित नहीं कर सकता? उन लोगों को उन Coin से कोई परेशानी नहीं है। एक और यूज़र ने कहा, "मैं जहां रहता हूं, वहां 10 रुपये के सिक्के वर्जित हैं।"
क्या है आरबीआई के नियम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उन अफवाहों पर विश्वास न करें कि आरबीआई ने 10 रुपये के Coin पर प्रतिबंध लगा दिया है और नकली सिक्के बाजार में आ गए हैं। उनका व्यापार किया जा सकता है और बैंक खातों में जमा किया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति जो सिक्के प्राप्त नहीं करता है, उसे 2011 की धारा 61 के तहत अपराध माना जाता है। भारतीय रिजर्व बैंक ने 2005 से 2019 के बीच दस रुपये के सिक्के पेश किए। ये अलग-अलग रूपों में लोगों तक पहुंचे हैं।
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