Ratan Tata ने इस राज्य को लेकर कही ये बड़ी बात, पहले कैंसर अस्पताल, अब सेमीकंडक्टर प्लांट..रतन टाटा के दिल के करीब है ये राज्य
Ratan Tata & Himant Biswa Sarma Meeting ||
Ratan Tata & Himant Biswa Sarma Meeting || टाटा ग्रुप के मालिक रतन टाटा और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को एक बैठक की। X हैंडल पर तस्वीरें पोस्ट करके रतन टाटा ने खुद इस बैठक के बारे में बताया है।
Ratan Tata & Himant Biswa Sarma Meeting || टाटा ग्रुप के मालिक रतन टाटा और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को एक बैठक की। X हैंडल पर तस्वीरें पोस्ट करके रतन टाटा ने खुद इस बैठक के बारे में बताया है। टाटा ग्रुप ने असम में सेमीकंडक्टर प्लांट बनाया है और राज्य में कैंसर के इलाज के लिए फैसिलिटी भी बनाई है। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कल इसी सिलसिले में रतन टाटा से मुलाकात की।
X पोस्ट में रतन टाटा ने क्या लिखा:
रतन टाटा ने अपने X पोस्ट में कहा कि "असम में किया जा रहा निवेश राज्य को कैंसर देखभाल के जटिल उपचार के हब के रूप में बदल सकता है।" आज, असम राज्य सरकार टाटा समूह के साथ मिलकर सोफेस्टिकेडिड सेमीकंडक्टर में महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह नवीनतम परिवर्तन असम को दुनिया भर में नामांकित करेगा। हम असम के मुख्यमंत्री श्री हिमंत बिस्वा सरमा को उनके मार्गदर्शन और सहयोग के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं।"The investments being made in Assam transform the state in complex treatment for cancer care. Today, the state government of Assam in partnership with the Tata group will make Assam a major player in sophisticated semiconductors. This new development will put Assam on the global… pic.twitter.com/Ut0ViaA38N
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) March 20, 2024
टाटा समूह असम में सेमीकंडक्टर प्लांट बना रहा है
TSAT (टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड) ने असम के मोरीगांव में एक सेमीकंडक्टर यूनिट बनाने की योजना बनाई है। 27,000 करोड़ रुपये इसमें निवेश होंगे। इस मशीन को प्रतिदिन 4.8 करोड़ चिप बनाने की क्षमता होगी। ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रिक व्हीकल, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकॉम और मोबाइल फोन इसके दायरे में आएंगे। इन कंपनियों से भारत चिप उत्पादन और फेब्रिकेशन में ऐसी क्षमता विकसित कर लेगा, जो भविष्य में राज्य और देश को सेमीकंडक्टर मार्केट हब बनने में काफी मदद करेगा। टीएसएटी सेमीकंडक्टर फ्लिप चिप और आईएसआईपी टेक्नोलॉजी जैसे नवीनतम सेमीकंडक्टर पैकेजिंग तकनीकें देश में विकसित की जाएंगी।