Pangi Ghati Danik Patrika

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Neeraj Mahiniy YouTube Video: पांगी के कुलाल में एक ऐसी गुफा, जिसमें मिलता था लोहे का खजाना, अंदर जाने में फूलती है सांसे

Neeraj Mahiniy YouTube Video: फोटो: PGDP

Neeraj Mahiniy YouTube Video: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के चंबा जिले के पांगी घाटी (Pangi Valley) अपने प्राकृतिक सौंदर्य, दुर्गम पहाड़ों और अनदेखे रहस्यों के लिए जानी जाती है। इस घाटी के मिंधल पंचायत (Mindhal Panchayat) के कुलाल गांव (Kullal Village) में एक प्राचीन गुफा स्थित है, जिसे स्थानीय लोग ‘लोह की खान’ के नाम से जानते हैं। इस गुफा से जुड़ी कई कहानियां और रहस्य प्रचलित हैं, जिनमें से कुछ को हाल ही में एक यूट्यूबर (YouTuber) ने उजागर किया है। हाल ही में पांगी घाटी (Pangi Valley) के एक यूट्यूबर (YouTuber) नीरज महिनीय (Neeraj Mahiniy) ने इस गुफा का एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें गुफा के अंदर की अनोखी संरचना को दिखाया गया। यह गुफा अपने मुख्य द्वार से लगभग 200 मीटर तक अंदर फैली हुई है। वीडियो में दिखाया गया है कि गुफा काफी संकरी (Narrow) है, जिससे एक बार में केवल एक ही व्यक्ति प्रवेश कर सकता है।

पांगी के पूर्वजों का ऐतिहासिक लोहे का खनन कार्य

ऐसा माना जाता है कि इस गुफा का उपयोग पांगी घाटी (Pangi Valley) के पूर्वजों द्वारा लोहे (Iron) के खनन (Mining) के लिए किया जाता था। इस क्षेत्र में पहले धातु कार्य (Metal Work) एक प्रमुख उद्योग था और कई हथियार तथा औजार इसी खदान से निकाले गए लोहे से बनाए जाते थे। गुफा के अंदर मौजूद दीवारों पर अब भी खनन के निशान देखे जा सकते हैं।

गुफा की संरचना और जोखिम

गुफा के अंदर का वातावरण काफी ठंडा (Cold) और अंधकारमय (Dark) है। प्रवेश करने के लिए किसी तरह की रोशनी (Light) की आवश्यकता होती है। गुफा में जगह-जगह पर छोटे संकरे मार्ग हैं, जिससे बाहर निकलना चुनौतीपूर्ण (Challenging) हो सकता है। वीडियो में यह भी दिखाया गया कि गुफा के अंदर ऑक्सीजन (Oxygen) की मात्रा कम हो सकती है, जिससे वहां अधिक समय तक रहना सुरक्षित नहीं माना जाता।

स्थानीय लोगों की मान्यताएँ और आस्था

कई स्थानीय लोग मानते हैं कि यह गुफा एक प्राचीन खजाने (Treasure) से जुड़ी हुई हो सकती है, जबकि कुछ इसे रहस्यमयी (Mysterious) जगह मानते हैं। कुछ बुजुर्गों का कहना है कि उनके पूर्वज यहां लोहा निकालने (Iron Extraction) का काम किया करते थे, लेकिन समय के साथ यह गुफा उपयोग में नहीं रही और धीरे-धीरे इतिहास (History) का हिस्सा बन गई।

इस गुफा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग

स्थानीय निवासियों और इतिहासकारों (Historians) का मानना है कि यदि इस गुफा को उचित संरक्षण (Preservation) दिया जाए, तो यह पांगी घाटी (Pangi Valley) का एक प्रमुख पर्यटन स्थल (Tourist Spot) बन सकता है। सरकार से मांग की जा रही है कि इस गुफा का विस्तृत अध्ययन (Research) किया जाए और इसे संरक्षित किया जाए।

यहां देखे पूरा वीडियो

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