नई दिल्ली: EPFO Cyber Fraud: आजकल बढ़ते साइबर फ्रॉड के कारण ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organisation) ने भी अपने कर्मचारियों को अलर्ट किर दिया हुआ है। कर्मचारियों को चेतावनी जारी करते हुए ईपीएफओ ने कहा है कि वे किसी भी व्यक्ति के साथ अपनी निजी जानकारी न दें। जिसमे यूएएन नंबर, पासवर्ड, पैन नंबर, आधार नंबर, बैंक खाते की डिटेल्स, ओटीपी आदि साझा न करें। यह सलाह विशेष रूप से उन कर्मचारियों के लिए है जो संगठित क्षेत्र में काम करते हैं और ईपीएफओ के तहत आते हैं।
साइबर धोखाधड़ी से कैसे बचें?
ईपीएफओ ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी साझा की कि कर्मचारी कभी भी अपनी गोपनीय जानकारी ईपीएफओ के किसी अधिकारी को नहीं देते हैं। यदि कोई व्यक्ति खुद को ईपीएफओ कर्मचारी बताकर आपको कॉल, मैसेज, वॉट्सऐप, ईमेल या अन्य माध्यमों से गोपनीय जानकारी मांगता है, तो इसे पूरी तरह से नकार दें।
सावधानी बरतने की अपील
ईपीएफओ ने यह स्पष्ट किया है कि यह साइबर अपराधियों की चाल हो सकती है, जो आपके ईपीएफ खाते में जमा पैसे को ग़लत तरीके से निकालने की कोशिश कर सकते हैं। यदि आपको इस तरह के किसी व्यक्ति का संपर्क मिलता है, तो तुरंत इसकी शिकायत दर्ज करें और इसकी जानकारी ईपीएफओ को दें।
पब्लिक डिवाइस से बचें
ईपीएफओ ने यह भी चेतावनी दी है कि साइबर कैफे या पब्लिक डिवाइस का इस्तेमाल करके ईपीएफओ अकाउंट का ऑनलाइन एक्सेस न करें। सुरक्षा के लिए हमेशा अपने पर्सनल डिवाइस जैसे लैपटॉप, कंप्यूटर, टैबलेट या स्मार्टफोन का इस्तेमाल करें।
ईपीएफओ की वेबसाइट पर साइबर सुरक्षा टिप्स
ईपीएफओ अपनी वेबसाइट के जरिए भी कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारी और उपाय लगातार दे रहा है, ताकि वे किसी भी धोखाधड़ी का शिकार न हों।