Shiv Tandav Stotram: सावन में जरुर करें शिव तांडव स्तोत्र का पाठ, शिव जी हर लेंगे सारे पाप

Shiv Tandav Stotram: शिव भक्ति का पवित्र महीना, सावन शुरु हो चुका है. सावन के महीने में शिव भक्ति से जुड़े सभी काम आपको जीवन में तरक्की और सफलता दिलाते हैं. सावन में शिव तांडव स्तोत्र का बड़ा महत्व बताया गया है.

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥

जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्। डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्॥ 1 ॥

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥

जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिंपनिर्झरी विलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि। धगद्धगद्धगज्ज्वलल्ललाटपट्टपावके किशोरचन्द्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम॥ 2 ॥

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥ 3

धराधरेन्द्रनन्दिनीविलासबन्धुबन्धुर स्फुरद्दिगन्तसन्ततिप्रमोदमानमानसे। कृपाकटाक्षधोरणीनिरुद्धदुर्धरापदि क्वचिद्दिगम्बरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि॥ 3 ॥

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥

जटाभुजङ्गपिङ्गलस्फुरत्फणामणिप्रभा कदम्बकुङ्कुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे। मदान्धसिन्धुरस्फुरत्त्वगुत्तरीयमेदुरे मनो विनोदमद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि॥ 4 ॥

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥

सहस्रलोचनप्रभृत्यशेषलेखशेखर प्रसूनधूलिधोरणी विधूसराङ्घ्रिपीठभूः। भुजङ्गराजमालया निबद्धजाटजूटकः श्रियै चिराय जायतां चकोरबन्धुशेखरः॥ 5 ॥

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥

ललाटचत्वरज्वलद्धनञ्जयस्फुलिङ्गभा- निपीतपञ्चसायकं नमन्निलिंपनायकम्। सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरं महाकपालिसम्पदेशिरोजटालमस्तुनः॥ 6 ॥

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥

करालभालपट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वल- द्धनञ्जयाधरीकृतप्रचण्डपञ्चसायके। धराधरेन्द्रनन्दिनीकुचाग्रचित्रपत्रक- प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने रतिर्मम॥ 7 ॥

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥

नवीनमेघमण्डली निरुद्धदुर्धरस्फुरत् कुहूनिशीथिनीतमः प्रबन्धबद्धकन्धरः। निलिम्पनिर्झरीनिकुञ्जकोटरेषु घूर्णतिः प्रबद्धचन्द्रचूडमणि प्रभाजलोपिनुश्रियः॥ 8 ॥

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥

प्रफुल्लनीलपङ्कजप्रपञ्चकालिमप्रभा- वलम्बिकण्ठकन्दलीरुचिप्रबद्धकन्धरम्। स्मरच्छिदं पुरच्छिदं भवच्छिदं मखच्छिदं गजच्छिदांधकच्छिदं तमन्तकच्छिदं भजे॥ 9 ॥

॥ शिव तांडव स्तोत्रम् ॥

अखर्वसर्वमङ्गलाकलाकदम्बमञ्जरी- रसप्रवाहमाधुरीविजृम्भणामधुव्रतम्। स्मरान्तकं पुरान्तकं भवान्तकं मखान्तकं गजान्तकान्धकान्तकं तमन्तकान्तकं भजे॥ 10 ॥