न पेट्रोल, न चार्ज की झंझट! इस साइकिल मिस्त्री का देसी इलेक्ट्रिक इनोवेशन देखकर हर कोई हैरान


वायल न्यूज डेस्क: बिहार के छपरा में एक ऐसा देसी मिस्त्री को का वीडियों इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें देखा जा सकता है कि एक बिहार के छपरा का रहने वालले उमेश साह जोकि रौजा के रहने वाले हैं। इसने ऐसा जुगाड़ लगाया कि बड़े-बेड़े इंजीनियर को फेल कर दिया हुआ है। मिस्त्री ने ऐसे बाईक का अविश्कार कर दिया जोकि बिना पेट्रोल और बिना चार्च के सड़कों पर दौड़ती है। इस कारनामें को देखकर लोग अपनी आंखों पर विश्वास नहीं कर सकते। उमेश ने सिर्फ 3500 रुपये खर्च करके एक इलेक्ट्रिक साइकिल बनाई है जो लगभग TVS बाइक की तरह दिखती है।
कबाड़ और ऑनलाइन सामग्री से बनाई गई "अनोखी बाइक"
उमेश साह हमेशा कुछ अलग करने की कोशिश करते रहते हैं। उमेश ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि उन्होंने कबाड़ से कुछ सामान इकट्ठा किया और कुछ आवश्यक सामान ऑनलाइन खरीदे। तीन दिनों में, उन्होंने इन्हीं सामान का उपयोग करके इस अनूठी इलेक्ट्रिक साइकिल को बनाया। उसने बैटरी छपरा से ली है, लेकिन मोटर पटना से खरीदी गई है।
1 क्विंटल तक मजबूत और मजबूत
यह "हाथ से बनी बाइक" सिर्फ देखने में आकर्षक नहीं है, बल्कि बहुत ही शक्तिशाली है। उमेश बताते हैं कि वह आसानी से 50 किलो से लेकर 1 क्विंटल तक का वजन इस पर लाद सकते हैं। उनकी साइकिल इतनी मजबूत है कि बड़े वजन को चलाना भी आसान नहीं है।
जब आप रुकते हैं, तो प्रश्न उठते हैं!
उमेश अक्सर अपनी अनोखी साइकिल पर चलते हुए लोगों को देखते हैं। जहां भी वह रुकते हैं, लोग उनकी साइकिल की पूछताछ करने लगते हैं। उमेश की साइकिल अब उनकी पहचान बन गई है और उनके हुनर का जीवंत उदाहरण भी है। उमेश साह जैसे कलाकार ने दिखाया कि कम संसाधनों में भी बड़े कमाल किए जा सकते हैं अगर लगन और कौशल हो।