झोलाछाप डॉक्टर करा रहे थे डिलीवरी और ऑपरेशन, खुद को MBBS बताकर चलाया था गोरखधंधा
हरिद्वार : हरिद्वार के रुड़की में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम ने छापेमारी के दौरान दो अस्पतालों को सील किया है। टीम ने चार अस्पतालों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। वहीं, इन अस्पतालों में मरीजों का उपचार कर रहे चिकित्सकों में से कोई भी कोई डिग्री नहीं पाई गई है। रुड़की के आसपास निजी अस्पतालों की भरमार है। कुछ अस्पताल में डॉक्टरों को कोई डिग्री नहीं है।
बीते दिन देरशाम को यानि शनिवार को भी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की एक टीम (Department of Health) ने ऐसे अस्पतालों पर छापेमारी की। इस दौरान अन्य अस्पताल संचालकों में डर पैदा हो गया है। इस मामले में रुड़की सिविल अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल ने कहा कि उन्होंने पिछले दिन नगर के छह अस्पतालों का निरीक्षण किया था, जिसमें लाइसेंस और चिकित्सकों की डिग्री की जांच की गई थी। उन्होंने बताया कि अस्पतालों ने चिकित्सकों की कोई डिग्री नहीं दिखाई, जिसके बाद चौबीस घंटे का समय दिया गया।अस्पताल ने डिग्री और कुछ अन्य कागजात दिखाए, लेकिन अन्य कोई नहीं । CMAS संजय कंसल ने बताया कि इसके बाद आज तहसीलदार रेखा आर्य के नेतृत्व में इन अस्पतालों में फिर से छापेमारी की गई, जिसमें पता चला कि मरीजों का उपचार बिना डिग्री वाले चिकित्सकों और कर्मचारियों ने कर रहे थे। वहीं, महिलाओं के ऑपरेशन और डिलीवरी भी उनके द्वारा ही किए गए हैं। ऐसे दो अस्पतालों को बंद कर दिया गया है और मरीजों को सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। चार अस्पतालों पर भी पचास-पचास हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।