हिमाचल में पत्र बम मामले में आरोपी ने उगले राज​, भाजपा के बड़े नेता की हो सकती है गिरफ्तारी, BJP नेता से जुडे तार 

Last Updated:
न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

शिमला:Big BJP Leader May Be Arrested In Letter Bomb Case: हिमाचल प्रदेश सरकार के एक IAS अधिकारी के खिलाफ वायरल हुए पत्र मामले में पुलिस ने शानदार कामयाबी हासिल की है। भाजपा के एक प्रमुख नेता को इस मामले में गिरफ्तार किया जा सकता है। रिमांड में पुलिस के सामने पहले से गिरफ्तार आरोपी ने बहुत कुछ कहा है। इसमें आरोपी ने बड़े भाजपा नेता का नाम लिया। परीक्षण से पता चला कि एक भाजपा नेता के दफ्तर में योजना बनाई गई थी। इस पत्र को योजनाबद्ध रूप से फैलाया गया। आरोपी भरमौर निवासी मनोज शर्मा ने फर्जी पत्र का चित्र बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया।

वायरल करने में भाजपा के एक बड़े नेता का नाम सामने आया

पुलिस ने मामले में कई महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त किए हैं। पुलिस ने कहा कि वे पत्र को फैलाने वालों की सूची बना चुकी हैं। पत्र को फैलाने में भी एक प्रमुख नेता का नाम सामने आया है। पुलिस इस बारे में कुछ नहीं कह रही है। तीन लोगों को पूछताछ के बाद पुलिस ने छोड़ दिया है, और मनोज कुमार को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर रखा गया है। पूछताछ में दो लोगों ने बताया कि यह पत्र उनके पास फॉरवर्ड होकर आया था, और एक व्यक्ति ने इसे फेसबुक पर देखा और शेयर किया।

प​त्र को लिखने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस जल्द करेगी गिरफ्तार

पुलिस का कहना है कि इस पत्र को लिखने वाला जल्द ही बेनकाब होगा। मामले की जांच चल रही है, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया। Whatsapp के माध्यम से इस पत्र को फैलाने वाले भी पुलिस की निगरानी में हैं। आगे की जांच में पता चलेगा कि पत्र पहले किस ग्रुप पर आया था और किसे भेजा गया था। परीक्षण से पता चला कि पत्र नेता से लेकर अधिकारियों को भेजा गया था। यह पत्र सोशल मीडिया पर फैल गया है। इसके बाद परीक्षण बैठ गया।

इस दिन से वायरल हुआ है यह पत्र 

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पत्र फैल गया था। इस पत्र में महत्वपूर्ण पद पर आसीन अफसरों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। 22 अगस्त को IAS अफसर की शिकायत पर शिमला के थाना बालूगंज में FIR दर्ज की गई। अधिकारी ने इसे साजिश और जानबूझकर बदनाम करने की कोशिश बताया। वायरल लेटर में महंगी शराब से लेकर हाई प्रोफाइल कॉल गर्ल्स का भी जिक्र किया गया है। एक कंपनी से करोड़ों के लेने-देन के भी आरोप हैं। कंपनी के एक पदाधिकारी के नाम का जिक्र भी पत्र में है। CBI निदेशक को लिखे गए पत्र में शिकायतकर्ता पुख्ता सबूत होने की बात भी कर रहा है।

 

विज्ञापन