एक बार एक इंजीनियरिंग कॉलेज के सभी शिक्षकों को एक हवाई जहाज में बैठाया गया, जब सभी शिक्षक बैठ गए तो पायलट ने बड़ी ही खुशी से घोषणा की!
पायलट: आप सभी गणमान्य शिक्षकों को यह जानकर खुशी होगी कि जिस प्लेन में आप बैठे हैं उसे आप ही के कॉलेज के विद्यार्थियों ने बनाया है!
बस फिर क्या था इतना सुनने की देर थी कि सभी शिक्षक इस डर से की कहीं उड़ान भरते ही विमान दुर्घटनाग्रस्त ना हो जाए तुरंत नीचे उतर गए, परन्तु प्रिंसिपल साहब बैठे रहे, यह देख पायलट उनके पास गया और उनसे पूछा;
पायलट: सर, आप क्यों नहीं उतरे?
प्रिंसिपल: मुझे अपने कालेज के शिक्षकों के निकम्मेपन और उससे भी ज्यादा अपने विद्यार्थियों की नालायकी पर भरोसा है, देख लेना यह प्लेन स्टार्ट ही नहीं होगा!
अजीब विडंबना!
पत्नी: क्यों जी, गेहूं कहाँ पिसवाया आपने?
पति (सहम कर): हमेशा वाली जगह पर। पत्नी: तो गेहूं देकर कहीं सैर सपाटा करने चले गए होंगे? पति: कहीं तो नहीं गया था… वहीं रूका था। पत्नी: ध्यान कहाँ रहता है आप का, आती जाती औरतों को देख रहे होंगे, खूब जानती हूँ आपको? पति (अब पूरी तरह घबरा गया): सच में वही सामने खड़े होकर आटा पिसवाया। पत्नी: झूठ मत बोलो, पूरा ध्यान व्हाट्सएप में होगा बहुत दिनों से नोट कर रही हूँ! घर के काम में आपका बिल्कुल ध्यान नहीं रहता आपका? पति: नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं, बताओ तो हुआ क्या? पत्नी: सब कुछ ठीक था तो रोटियां जल कैसे गयी फिर! |
लँगड़ाने का राज़!
हड्डियों के विशेषज्ञ दो डॉक्टर सुबह-सुबह घूमने निकले।
आगे एक आदमी लंगड़ाता हुआ जा रहा था। एक डॉक्टर बोला, “लगता है इसकी टखने की हड्डी टूटी हुई है।” दूसरा डॉक्टर बोला, “नहीं यार, घुटने की हड्डी टूटी है।” दोनों में बहस होने लगी। आखिर तय हुआ कि उसी व्यक्ति से पूछा जाए। उसके पास जाकर एक डॉक्टर ने पूछा, “भाईसाहब, आपकी घुटने की हड्डी टूटी है या टखने की?” आदमी ने गौर से डॉक्टर को देखा और बोला, “मेरी न तो घुटने की हड्डी टूटी है और न ही टखने की, मेरी तो बस चप्पल टूट गयी है।” |