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Mahashivratri 2025: शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय क्या बोलना चाहिए? यहां जानें

Mahashivratri 2025: फोटो: PGDP

Mahashivratri 2025:  नई दिल्ली : महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का पावन पर्व धीरे-धीरे नजदीक आ रहा है। पूरे भारत (India) में इस दिन का नजारा बेहद भव्य होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती (Mata Parvati) का विवाह इसी दिन संपन्न हुआ था। काशी (Kashi) में इस अवसर पर नागा (Naga) और अघोरी साधु (Aghori Sadhus) मिलकर भव्य शिव बारात निकालते हैं।  जिसे देखने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है। इस बार महाशिवरात्रि 26 फरवरी (26 February) को मनाई जाएगी, और इस दिन शिवलिंग (Shivling) पर जलाभिषेक (Jalabhishek) करने का विशेष महत्व बताया गया है। हर भक्त को इस दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए और शिव मंत्र (Shiva Mantra) का जाप करना चाहिए। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से मंत्रों का जाप शुभ माना जाता है।

महाशिवरात्रि पर कौन सा मंत्र जपें?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग (Shivling) पर जल चढ़ाने से भगवान शिव (Lord Shiva) की कृपा प्राप्त होती है। जलाभिषेक करते समय भक्तों को शिव गायत्री मंत्र (Shiva Gayatri Mantra) का जाप करना चाहिए:

🔹 शिव गायत्री मंत्र:
👉 ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

यदि यह मंत्र याद न हो, तो ॐ नमः शिवाय (Om Namah Shivaya) का जाप भी कर सकते हैं। यह मंत्र शिव को प्रसन्न करने का सबसे सरल और प्रभावशाली तरीका है।महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का पर्व हिंदू धर्म (Hindu Religion) में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान शिव (Lord Shiva) की विशेष कृपा पाने के लिए भक्त व्रत (Vrat) रखते हैं और पूरी रात जागरण (Jagran) करते हैं। शिवलिंग पर गंगा जल (Ganga Jal), दूध (Milk), शहद (Honey) और बेलपत्र (Belpatra) अर्पित किए जाते हैं। इसके अलावा, महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) कराने से भी जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

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