Post Office Scheme || निवेश पर बचाएं इनकम टैक्स, डबल फायदे वाली हैं पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

Post Office Scheme ||  बैंकों (banks)  की तरह डाकघर (post office) भी कई योजनाएं चलाते हैं। इन योजनाओं में निवेशकों को बेहतर ब्याज मिलता है और टैक्स में छूट भी मिलती है. ऐसी ही एक योजना है राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (saving certificate) (एनएससी)।स्कीम 5 साल में मैच्योर होती है! दो से तीन लोग संयुक्त खाता खोल सकते हैं!

वर्तमान में, एनएससी पर दी जाने वाली ब्याज दर 7.7 प्रतिशत है।ब्याज की गणना वार्षिक आधार (annual basis) पर की जाती है। यदि एनएससी 5 साल के बाद परिपक्व हो जाती है, लेकिन आप अभी भी इसे भुना नहीं सकते हैं, तो यह स्वचालित रूप से नवीनीकृत नहीं होता है।हालाँकि, राशि का भुगतान आपको परिपक्वता (maturity) पर किया जाता है। अगर आप इस 5 साल वाली स्कीम में पैसा लगाना चाहते हैं तो आपको इससे जुड़े कुछ नियम समझ लेने चाहिए!

अगर आप एनएससी में 5 साल के लिए पैसा निवेश  (invest) करते हैं तो आप इसे 5 साल से पहले नहीं निकाल सकते।आंशिक निकासी भी संभव नहीं है.आपको समय से पहले निकासी (withdrawal) की सुविधा केवल विशेष परिस्थितियों में ही मिलेगी जैसे एक खाताधारक की मृत्यु के मामले में, संयुक्त खाते में एक खाताधारक या सभी खाताधारकों (account holders) की मृत्यु के मामले में, जब कोई अदालती आदेश जारी हो या जब्ती की प्रक्रिया हो। इसे कोई राजपत्रित अधिकारी ही भुना सकता है।

ऐसे में पोस्ट-मैच्योरिटी अवधि में आपको एनएससी पर सामान्य बचत खाते के समान ही ब्याज दिया जाता है और वह भी केवल अगले दो वर्षों तक ही दिया जा सकता है। कोई भी भारतीय नागरिक (Indian citizens) एनएससी खाता खोल सकता है।अगर आप एनएससी को मैच्योरिटी के बाद भी अगले 5 साल तक जारी रखना चाहते हैं तो आपको इसके लिए दोबारा आवेदन करना होगा।ऐसी स्थिति में इसे नई तारीख की जमा राशि माना जाएगा और इस पर ब्याज का लाभ भी उस तारीख को लिए गए नए प्रमाणपत्र (new certificate) पर ब्याज के अनुसार होगा।

आप एनएससी में न्यूनतम 1000 रुपये और उसके बाद 100 रुपये के गुणक में निवेश (investment) कर सकते हैं। एनएससी को बच्चे के नाम पर उसके माता-पिता या अभिभावक की ओर से भी खरीदा जा सकता है, जबकि 10 वर्ष से अधिक उम्र का बच्चा भी अपने नाम पर एनएससी खरीद सकता है।निवेश की कोई अधिकतम सीमा  (maximum limit)नहीं है!

 

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