Mutual Funds: म्युचुअल फंड में पैसे निवेश करना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है परंतु हम आपको बता दे कि म्यूचुअल फंड में भी एक हद तक जोखिम होती है इसलिए यदि आप म्युचुअल फंड में पैसे निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको सबसे पहले समझना होगा कि किस प्रकार के म्युचुअल फंड में पैसे निवेश करने से आपको अच्छा खासा मुनाफा हो सकता है इसलिए आज का आर्टिकल में हम आपको म्युचुअल फंड में निवेश करने का अगर आपको प्लान है तो आपको सभी प्रकार के जरूरी बात समझना होगा उसके विषय में डिटेल विवरण देंगे
शार्प रेशियो: जोखिम का आसान तरीका
शार्प रेशों के माध्यम से आप म्युचुअल फंड में कितना जोखिम है उसके बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं इसके माध्यम से आप दूसरे म्युचुअल फंड से आप जिस म्युचुअल फंड में पैसे निवेश करें उसकी तुलना कर सकते हैं ताकि आपको आसानी से मालूम चल सके कि आप जिस म्युचुअल फंड में पैसे लग रहे हैं वहां पर पैसा लगाना सुरक्षित है या जोखिम भरा हो सकता है इसके माध्यम से आप आसानी से सुरक्षित म्युचुअल फंड प्लान की खोज कर सकते हैं ताकि आपको आसानी से मालूम चल सके कि उसका प्रदर्शन मार्केट में कैसा रहेगा
स्टैंडर्ड डेविएशन: अस्थिरता का माप उपयोग करें
इसका उपयोग म्युचुअल फंड अस्थिरता
मापने के लिए किया जाता हैं। मान लीजिए, आपके पास दो फंड हैं।
- फंड X: औसत वार्षिक रिटर्न 10%, स्टैंडर्ड डेविएशन 2%
- फंड Y: औसत वार्षिक रिटर्न 10%, स्टैंडर्ड डेविएशन 5%आपने दोनों फंडों में 1 लाख रुपये निवेश किए हैं.
- फंड X: इसमें आपका निवेश 110000 तक बढ़ सकता है लेकिन स्टैंडर्ड डेफिनेशन के कारण आपका रिटर्न
- 1.08 लाख से 1.12 लाख रुपये के बीच हो सकता है.
- फंड Y: इसके अंदर आपका निवेश 1.10 लाख तक बढ़ सकता है लेकिन स्टैंडर्ड डेफिनेशन 5% होने के कारण आपका रिटर्न यहां पर 1.05 लाख से लेकर 1.15 लाख के बीच हो सकता है
- आपका निवेश भी 1.10 लाख रुपये तक बढ़ सकता है, लेकिन स्टैंडर्ड डेविएशन 5% होने पर आपका रिटर्न 1.05 लाख से 1.15 लाख रुपये के बीच हो सकता है.
जैसा कि आप देख सकते हैं, दोनों फंड के बीच कितना अंतर है इसलिए हम आपको बता दें कि म्यूचुअल फंड की अस्थिरता मापन करना आवश्यक है
म्यूचुअल फंड में निवेश से जुड़े जोखिमों
म्युचुअल फंड में यदि आप पैसा निवेश कर रहे हैं तो संबंधित जोखिम के बारे में जानकारी होना आवश्यक है इसलिए आपको बाजार में होने वाली गतिविधियों के ऊपर नजर रखना होगा यदि कोई प्राकृतिक आपदाएं, मंदी, राजनीतिक बदलाव, ब्याज दरों में परिवर्तन, भू-राजनीतिक स्थिति जैसी घटना होती है तो ऐसे में म्युचुअल फंड में जो भी पैसा निवेश करेंगे उसके रिटर्न पर इसका विशेष प्रभाव पड़ेगा यदि आप एक ही सेक्टर के म्युचुअल फंड में पैसे निवेश करते हैं और उस सेक्टर में मंदी आ गया तो आपका पैसा वहां पर डूब सकता है यदि महंगाई की दर अधिक है तो ऐसे में म्युचुअल फंड में मिलने वाला रिटर्न भी आपका काम हो सकता है और भी कई जोखिम होते हैं जिसके कारण म्युचुअल फंड में निवेश करते समय आपको ध्यान रखना होगा