मेरा व्लॉग: केवल कृष्ण शर्मा: जगत जननी प्रकृति माता की गोद में बसा यह शौर गांव है इस गांव का सौंदर्य देखने को ही बनता है यह सौंदर्य प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में असीम आनन्द की अनुभूति करवाता है इस गांवों पर यह के प्रुमख देवी देवता माता सिंहासिनी माता भरडी माता शीतला और देवता जरींयू वमूवा नाग और किल्लर नाग का आशीर्वाद प्रत्येक व्यक्ति पर है । tourism in Chamba Pangi
सौभाग्य है इस वर्ष काफी मुश्किलों के बाद पंचायत मिली है इस निर्णय से पंचायत के लोगों में खुशी है यादि इससे पहले विकासात्मक दृष्टि से देखा तो इस में शिक्षा की दृष्टि से प्राथमिक पाठशाला केंद्र है और उच्च पाठशाला केंद्र है. पाठशालाओं के अपने नवीन भवन है लेकिन पांगी घाटी के अन्य विद्यालयों की तरह इन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है और यदि हम स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो एक स्वास्थ्य चिकित्सालय है. उसमें दवाइयों की कमी रहती है और ना तो वहां कोई रहता है कभी कबार उसके दर्शन हो जाते हैं ऐसा सौभाग्य हम लोगों को प्राप्त हैं।
पशु औषधालय का भी कुछ इसी प्रकार का हाल-चाल हैं रोजगार की दृष्टि से देखें तो गांव में अपने आसपास ही बहुत सारे रोजगार हैं जो सर्व सुलभता से ग्रामीणों को उपलब्ध होते हैं. कृषि की दृष्टि से यहां पर स्वयं के उपयोग के लिए सब्जियों का उत्पादन होता है ग्रामीणों द्वारा मटर टमाटर आलू गेहूं धान मक्की इस प्रकार की अनेकों चीजें यहां पर उत्पादित होती हैं. बागवानी में सेबों के बगीचे भी हैं गांव के 10 -15 परिवारों के आय का साधन है यह सभी लोगों मिलजुल कर अपनी समास्या का समाधान करते हैं गांवों की समृद्धि का मूल कारण यह के लोगों का भाई चारा है ज्यादा अपने विषय को विस्तार ना देते हुए अपनी बात को समाप्त करता हूं।