Chamba Pangi News: पांगी: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के चंबा जिले का उपमंडल पांगी (Pangi Valley) की 19 पंचायतों के लोग इन दिनों बिजली कटौती (Power Cut) से काफी परेशान हो गए है। हर साल सर्दियों (Winter) में पांगी के लोगों को एक दिन बिजली बंद (Electricity Off) और अगले दिन बहाल होने की इस परेशानी से गुजरना पड़ता है। पिछले कई सालों से हिलौर (Hilaur) और करयास (Karyas) में स्थापित होने वाले सोलर प्लांट (Solar Plant) की सिर्फ बातें हो रही हैं। लेकिन अब तक धरातल पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। घाटी के लोगों को हर बार आश्वासन तो दिया जाता है, लेकिन ज़मीनी हकीकत में कोई बदलाव नहीं देखने को मिलता है।
33 केवी लाइन का बहाना या समाधान?
अब जनता को बिजली विभाग (Electricity Board) और सरकार (Government) द्वारा लाहौल (Lahaul) से पांगी तक 33 केवी लाइन (KV Line) बिछाने का नया आश्वासन दिया जा रहा है। लेकिन लोगों को शक है कि कहीं यह भी सिर्फ एक बहाना न हो। पहले भी सरकार और विभाग साच पास (Sach Pass) से 33 केवी लाइन लाने का वादा कर चुके हैं। 1994 में शुरू की गई यह योजना आज तक पूरी नहीं हो सकी। ठेकेदारों (Contractors) और अधिकारियों (Officials) की मिलीभगत से करोड़ों रुपये खर्च हो गए, लेकिन पांगी घाटी के लोगों को बिजली सुविधा नहीं मिल पाई।
मौजूदा बिजली व्यवस्था की हकीकत
पांगी (Pangi) में वर्तमान में तीन छोटे और एक बड़ा पावर हाउस (Power House) हैं। लेकिन इनमें उत्पन्न बिजली से घाटी के 78 ट्रांसफार्मर (Transformers) भी नहीं चल पा रहे है। विभाग कभी पानी की कमी (Water Shortage) का बहाना बनाता है तो कभी तकनीकी समस्याएं (Technical Issues) बताकर मामले को टाल देता है। अब नया बहाना यह है कि 2025 के अंत तक लाहौल से 33 केवी लाइन (KV Line from Lahaul) से पांगी से जुड़ जाएगी। लेकिन क्या यह वादा भी सिर्फ दिलासा रहेगा या सच में समाधान लाएगा, यह देखना बाकी है।
उधर अधिशासी अभियंता (Executive Engineer) सुनील चंदेल ने बताया कि धरवास, कुमार, महालू वह पुर्थी नाले पर बने पावर हाउसों में पानी की कमी के कारण बिजली अपूर्ती पूरी नहीं पाई है। उन्होंने बताया कि एक साल के भी विभाग की कोशिश रहेगी कि लौहल से पांगी तक 33 केवी लाईन का कार्य जल्द किया जाए तोकि क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके।