पांगी में इस बार असमंजस में पड़ें देवताओं के देवलु, खाहुल और जुकारू त्यौहारों को लेकर अलग-अगल तारीखें तय
न्यूज हाइलाइट्स
Kahul festival 2025 at pangi valley : पांगी क्षेत्र में खाहुल और जुकारू त्योहार के आयोजन के लिए हर पंचायत ने अपनी-अपनी तारीखें तय...........
Kahul festival 2025 at pangi valley : पांगी: इस साल माघ महीने में पूर्णिमा न होने के कारण पांगी के प्रसिद्ध जुकारू त्योहार को लेकर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सामान्यत: माघ माह की पूर्णिमा के दिन जुकारू मनाया जाता है, लेकिन इस बार जनवरी की 13 तारीख को पूर्णमासी आने के कारण इसे लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। इस दिन पूर्णमासी पौष माह के अंत में है, जबकि अगली पूर्णमासी फाल्गुन मास की पहली तिथि को होगी। इस जटिल स्थिति ने देवताओं के पुजारियों (देवलु) को भी दुविधा में डाल दिया है कि कौन सी पूर्णिमा को खाहुल त्योहार मनाया जाए।
स्थानीय बुजुर्गों का कहना है कि इस तरह की स्थिति बहुत दुर्लभ है और उनके अनुसार, माघ में कभी भी पूर्णिमा न होने की स्थिति पहले कभी नहीं आई। इस साल माघ की पहली तिथि में पूर्णमासी और संक्रांति एक साथ आ रहे हैं, और इस दिन ही खाहुल और संक्रांति मनाने की परंपरा रही है।
पांगी क्षेत्र की अलग-अलग पंचायतों ने खाहुल और जुकारू त्योहार
पांगी क्षेत्र में खाहुल और जुकारू त्योहार के आयोजन के लिए हर पंचायत ने अपनी-अपनी तारीखें तय की हैं। पांगी के पुर्थी, शौर, रेई, सैचू, सुण पंचायतों और कुमार पंचायत के परमार गांव के लोग 13 जनवरी को खाहुल मनाने का निर्णय ले चुके हैं। इन पंचायतों के अनुसार, 13 जनवरी को संक्रांति है और इसी दिन माघ माह की शुरुआत होती है, इसलिए खाहुल इसी दिन मनाया जाएगा। उनका मानना है कि इस दिन माघ मास की शुरुआत और संक्रांति का मेल है, जिससे खाहुल मनाना उचित होगा।
मिंधल माता पांच प्रज्जा कमेटी का यह फैसला
वहीं, मिंधल माता की पांच प्रजा कमेटी (मिंधल, फिंडरू, साच, कुठल, कुलाल, फिंडपार, गुवाड़ी, किलाड़, करेल, कुमार, करयास, हुडान) ने 14 फरवरी को खाहुल मनाने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि जंत्री पत्री के हिसाब से 13 जनवरी को पौष माह है, इसलिए खाहुल 14 फरवरी को मनाना उचित है।
पांगी घाटी में दो बार बनाया जाएगा जुकारू ऊत्सव
इस तरह, पांगी ब्लॉक में जुकारू त्योहार कुछ हिस्सों में 29 जनवरी को मनाया जाएगा, जबकि अन्य हिस्सों में यह 27 फरवरी को मनाया जाएगा। इस असमंजस के बीच, स्थानीय समुदाय अपने-अपने हिसाब से त्योहार मनाने के लिए तैयार हो गए हैं।
कब शुरू होगा माघ महीना?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस महीने मकर संक्रांति शुरू होती है। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के कारण इसे मकर संक्रांति कहा जाता है। इस बार सूर्य 14 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे और 12 फरवरी माघ पूर्णिमा के साथ समाप्त हो रहा है।