बड़ी उपलब्धि: BSF में सहायक सर्जन के पद पर सेवाएं देंगी लाहौल-स्पीति की बेटी डॉ. छेरिंग दिकित,
न्यूज हाइलाइट्स
सारांश:
लाहौल स्पीति: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति (Lahaul-Spiti, a tribal district of Himachal Pradesh) के एक छोटे से गांव की रहने वाली डॉ. छेरिंग दिकित (Dr. Tshering Dikit) बीएसएफ में पशु चिकित्सा सहायक सर्जन (assistant commandant) के रूप में काम करेगी। डॉ छेरिंग दिकित लाहुले के गांव पोह की रहने वाली है। बीएसएफ में चायन होने के बाद उनके परिवार को खुशी की लहर है। डॉ. छेरिंग डिकिट पुत्री अंगचुक दोर्जे और चेरिंग ज़ंगमो गांव पोह स्पीति का चयन सीमा सुरक्षा बल में बतौर पशु चिकित्सा सहायक सर्जन (assistant commandant) के रूप में हुआ है।
डॉक्टर छेरिंग डिकिड आईसीएआर- भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, बरेली से बीवीएससी और एएच (2016 -2023) में स्नातक। और वर्तमान में उसी संस्थान से पशु चिकित्सा में स्नातकोत्तर (एमवीएससी) कर रही है। उन्हें स्नातक पाठ्यक्रम के लिए सर्वश्रेष्ठ छात्र का पुरस्कार (स्वर्ण पदक) मिला है। पूरे स्नातक पाठ्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय प्रतिभा छात्रवृत्ति और योग्यता छात्रवृत्ति का प्राप्तकर्ता है।
डॉ. छेरिंग का जन्म पिता अंगचुक दोरजे और माता चेरिंग जंगपो के घर हुआ है। उन्होंने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, बरेली से बीवीएससी और स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसी संस्थान से वे वर्तमान में पशु चिकित्सा में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त कर रहे हैं। स्नातक पाठ्यक्रम में डॉ. छेरिंग को भी स्वर्ण पदक मिला है। डॉ. छेरिंग दोनों योग्यता छात्रवृत्ति और राष्ट्रीय प्रतिभा छात्रवृत्ति भी प्राप्त कर चुके हैं। डॉ. छेरिंग कहते हैं कि सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
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