Himachal News || मरीज की जांच करते समय अचानक जमीन पर गिरा डॉक्टर, मौके पर हुई मौत

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

कुल्लू। जिंदगी कब धोखा दे जाए, कोई नहीं जानता। यानी किसी की मौत कब हो जाएगी यह कोई नहीं बता सकता। प्रदेश में अब हार्ट अटैक के मामले बढ़ने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला हिमाचल के कुल्लू जिला से सामने आया है। यहां लोगों की जिंदगी बचाने वाले एक डॉक्टर की मरीज को चेक करते करते ही अचानक मौत हो गई। मृतक चिकित्सक एक जाने माने सर्जन थे। जिनकी मौत से पूरे कुल्लू जिला में शोक की लहर दौड़ गई है।

कुल्लू में सर्जन की मौत

मिली जानकारी के अनुसार कुल्लू जिला में एक नामी सर्जन 53 वर्षीय डॉ राकेश मोहन गौतम का अचानक से निधन हो गया। वह अपने निजी अस्पताल में एक मरीज को चेक कर रहे थे। इसी दौरान अचानक उन्हें हार्ट अटैक आ गया और वह कुर्सी से सीधे जमीन पर गिर पड़े। जब तक उन्हें उठाया गया, उनकी मौत हो चुकी थी। चिकित्सक की मौत से हर कोई स्तब्ध रह गया। 

मरीज को चेक करते आया चक्कर

बताया जा रहा है कि डॉ गौतम कुल्लू के कलैहली में एक एसआर नाम से निजी अस्पताल चलाते थे। अपने 20 साल के करियर में डॉ गौतम ने कई गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को भी ठीक किया, यहां तक कि पीजीआई और आईजीएमसी से वापस भेजे मरीजों का भी उन्होंने बखूबी इलाज किया। बताया जा रहा है कि डॉ गौतम के बेटे विदेश में एमबीबीएस कर रहे हैं। जिसके चलते डॉ गौतम का तीन दिन बाद अंतिम संस्कार किया गया।

हार्ट अटैक से हुई मौत

डॉ गौतम को शनिवार को हार्ट अटैक आया था और उनकी मौत हो गई। लेकिन डॉ गौतम के बेटे विदेश में एमबीबीएस करने के चलते वह तीन दिन बाद यानी सोमवार को स्वदेश लौट सके। जिसके चलते डॉ गौतम का सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया। डॉ गौतम मूल रूप से बिलासपुर जिला के रहने वाले थे।

तीन दिन बाद हुआ अंतिम संस्कार

उन्होंने बिलासपुर जिले के सरकारी स्कूल कलोल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद आईजीएमसी शिमला से एमबीबीएस की पढ़ाई की। वह शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में रजिस्ट्रार भी रहे थे। मौजूदा समय में वह कुल्लू में निजी अस्पताल में कार्यरत थे। बताया जा रहा है कि डॉ गौतम ने अभी हाल ही में 2 जनवरी को अपना जन्मदिन मनाया था।

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