मुर्गे से सीखनी चाहिए ये 4 आदतें, कभी नहीं मिलेगी दुश्मन से हार, जानिए एक क्लिक में विस्तार से
न्यूज हाइलाइट्स
चाणक्य के अनुसार, अगर इंसान मुर्गे से चार आदतें सीख ले तो उसे दुश्मन कभी पराजित नहीं कर पाएगा. चाणक्य कहते हैं कि मुर्गा रोज ब्रह्म मुहूर्त उठ जाता है. आप भी सफलता चाहते हैं तो रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में उठें. ऐसा करने आपके पास कार्य के लिए पर्याप्त समय रहेगा. साथ ही कुछ दूसरे कार्य के लिए अतिरिक्त समय भी होगा.
मुर्गे की दूसरी आदत होती है कि वह हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहता है. तात्पर्य है कि आपको हमेशा कार्य के लिए तैयार रहना चाहिए. चाणक्य के अनुसार, जो इंसान आलस करता है, वह पीछे रह जाता है.
इसलिए अपने कार्य को करने के लिए हमेशा तैयार रहें. मुर्गे की तीसरी आदत होती है अपने बंधुओं को समान हिस्सा देना. शास्त्रों में निहित है कि देव और भाई के अंश का गबन नहीं करना चाहिए. मुर्गा अपने बांधवों को हमेशा बराबरी का हिस्सा देता है. जीवन में सफल होना चाहते हैं तो आप भी किसी का हिस्सा नहीं मारें. मुर्गे की चौथी आदत डटकर खाना है. इंसान को भी डटकर खाना चाहिए, जिससे वह बलिष्ठ हो जाए. स्वस्थ मन और तन रहने से व्यक्ति हमेशा उत्साह से भरपूर रहता है. वह दूसरों से बेहतर कार्य करता है.
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