Success business Idea ll युवक को लोन नहीं मिला तो बेच दिया घर का कीमती सामान, आज बना करोड़पति
मात्र 20000 से शुरू हुए व्यवसाय को बना दिया है एक बहुत बड़ा साम्राज्य
Success business Idea ll डेस्क टू डेक्स कूरियर एंड कार्गो इस बिजनेस को शुरू करने में उन्होंने बहुत सी समस्याओं का सामना किया। बैंक वालों से लोन देने बैंक वालों ने लोन देने से इनकार कर लिया। इसलिए शुभ आशीष को अपनी मां के गहने बेचने पड़े थे उन्होंने अपनी कंपनी को केवल 20000 के निवेश
Success business Idea ll दोस्तों हम आपके लिए अक्सर अपनी खबरों में बिजनेस आइडिया (business Idea) लेकर आते हैं। लेकिन आज हम आपके लिए कोई बिजनेस आइडिया लेकर नहीं आए हैं आज हम बात कर रहे हैं एक बिजनेस आइडिया नहीं बल्कि एक सक्सेसफुल बिजनेस स्टोरी के बारे में। जी हां दोस्तों बात करें डीटीडीसी एक्सप्रेस लिमिटेड(express limited) के संस्थापक शुभाशीष चक्रवर्ती की सक्सेस स्टोरी के बारे में
डीटीडीसी आज के समय में बहुत बड़ी कोरियर कंपनी है और इसके संस्थापक हैं शुभाशीष चक्रवर्ती । उन्होंने अपने साम्राज्य (empire) को कैसे खड़ा किया कौन है ।सुभाषित चक्रवर्ती कोलकाता के रहने वाले हैं और कोरियर सर्विस के संस्थापक और मैनेजिंग डायरेक्टर है। उन्होंने रामकृष्ण मिशन रेजिडेंशियल कॉलेज से केमिस्ट्री (chemistry ) की पढ़ाई पूरी की और पढ़ाई के दौरान ही एक बीमा कंपनी में काम शुरू किया। सब कुछ दाव पर लगाकर उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत की। उन्होंने कंपनी को छोड़कर अपना खुद का केमिकल डिस्ट्रीब्यूशन (chemical distribution) का काम शुरू किया लेकिन डाक सेवाओं की कमियों के कारण यह बिजनेस (business) सफल नहीं हो पाया। इस वजह से शुभआशीष को एहसास हुआ कि ग्राहकों को बेहतर सेवाएं नहीं मिल पा रही है और इस अंतर को काम किया जा सकता हैl
इस अंतर को खत्म करने के लिए उन्होंने 1990 में कोरियर सेवा की शुरुआत कीl आज वही डीटीडीसी के नाम से मशहूर है। डेस्क टू डेक्स कूरियर एंड कार्गो इस बिजनेस को शुरू करने में उन्होंने बहुत सी समस्याओं (problems) का सामना किया। बैंक वालों से लोन देने बैंक वालों ने लोन देने से इनकार कर लिया। इसलिए शुभ आशीष को अपनी मां के गहने बेचने पड़े थे उन्होंने अपनी कंपनी को केवल 20000 के निवेश के साथ शुरू किया। बेहतर बिजनेस मॉडल ( business model) ने उन्हें सफलता दिलवाई और आज उनकी यह बिजनेस मॉडल कंपनी बहुत पॉप्युलर है।
1999 में उन्होंने फ्रेंचाइजी मॉडल का विचार किया और उन्होंने सफलता की उड़ान भरी। इस मॉडल के तहत उन्होंने छोटे शहरों में भी अपनी सेवाएं (services ) देना शुरू किया उन्होंने पाया कि छोटे शहरों में करियर सेवाओं की मांग अधिक है। यह कदम काफी फायदेमंद साबित हुआ उनके लिए और उन्होंने देखते देखते एक बहुत बड़ा ब्रांड बना लिया आज के समय में डीटीसी के पास 14000 पिन कोड फॉर सेवाएं (services )देने का नेटवर्क है। इंफोसिस, टाटा ग्रुप सहित कई बड़े ब्रांड इस कंपनी की सेवाएं ले रहे हैं।