Mahayogi Satyendra Nath || यह है तपस्वी साधु, 12000 फीट ऊंची चूड़धार चोटी पर भारी बर्फबारी के बीच कर रहा तपस्या
Peethadheeshwar Mahayogi Satyendra Nath Ji Maharaj Yog Picture In Snowfall Himalaya Pradesh
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का नाम सुनते ही शरीर ठंड से कांपने शुरू हो जाएगा लेकिन कुछ ऐसे बर्ले लोग होते हैं या संत होते हैं जो बर्फ के परवाह किए बिना भी तपस्या में लीन होते हैं ऐसे ही एक सच्ची बात से आपको रूबरू करवा रहे हैं।
Mahayogi Satyendra Nath || बर्फ का नाम सुनते ही शरीर ठंड से कांपने शुरू हो जाएगा लेकिन कुछ ऐसे बर्ले लोग होते हैं या संत होते हैं जो बर्फ के परवाह किए बिना भी तपस्या में लीन होते हैं ऐसे ही एक सच्ची बात से आपको रूबरू करवा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में इन दिनों भारी बारिश और भारी बर्फबारी का दौर जारी है इस भारी बर्फबारी के बीच एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसे देखकर हर कोई दांतो तले उंगलियां दबाने के लिए मजबूर है और हैरान है। यह तस्वीर एक साधु की है जो भारी बर्फबारी के बीच तपस्या करते हुआ दिखाई दे रहे है इस तपस्वी साधु की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया ( social media) पर बड़ी तेजी से वायरल हो रही है। वायरल वीडियो (viral video) में एक साधु बर्फबारी (snowfall) के बीच तपस्या करता हुआ दिखाई दे रहा है इस वीडियो में साधु का शरीर बर्फ से पूरी तरह से ढका हुआ दिखाई दे रहा है। लेकिन बावजूद इसके बाबा जी तपस्या में लीन है। यह वायरल वीडियो हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला के सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी स्थित चूड़धार की है । चूड़धार मंदिर (temple) हज़ारों लोगों की आस्था का केंद्र है इस मंदिर के बाहर ही साधु तपस्या कर हैं।
चूड़धार चोटी की अगर बात करें तो यहां का मंदिर से लोगों की जबरदस् आस्था का केंद्र है यहां पर साधु सन्यासी आते रहते हैं और तपस्या और मेडिटेशन ( meditation) में लीन रहते हैं। यह स्थान जिला सिरमौर की 11965 फीट ऊंची चोटी पर स्थित है यहां रहने वाले साधु यहां भारी बर्फबारी के बीच हर साल भगवान की भक्ति में तीन दिखाई देते हैं। इस साल भी यहां एक साधु भारी बर्फबारी के बीचों बीच भगवान के ध्यान में हाथ जोड़कर बर्फबारी ( snowfall ) से बेखबर तपस्या में लीन हुआ बैठा है। और जो अपने आप में एक बेहद आकर्षक का केंद्र है और बेहद हैरान कर देने वाला यह मामला भी है। क्योंकि इतनी भारी बर्फबारी के बीच में आम व्यक्ति का बर्फ में रहना मुश्किल ही नहीं बल्कि असम्भव है।कौन है तपस्या करने वाले यह साधु
कहीं भी कर लेते हैं योगासन ||
सत्येंद्र नाथ जी को महज 12 साल की उम्र में ही गुरु पदवी मिल गई थी महायोगी सत्येंद्र नाथ प्रकृति में कहीं भी योगासन कर लेते हैं। झरने के तेज पानी के बीचो बीच खड़े (stand) होकर साधना करते हैं। महंत सत्येंद्र नाथ अपने योग क्रियाओं की वजह से खड़े पहाड़ और ऊंचे पेड़ों पर आसानी से चढ़ जाते हैं। जिसकी वजह से इनकी ख्याति दूर-दूर तक है और इनका हर व्यक्ति काफी मान सम्मान भी करते हैं।