IAS Priyanka Goel Success Story || किसी मॉडल से कम नहीं IAS प्रियंका गोयल, 5 बार टूटा आईएएस बनने का सपना, पर छठे प्रयास में मिली सफलता
इस परीक्षा में सफल होने के लिए बहुत कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है
IAS Priyanka Goel Success Story || अपनी छह साल की यात्रा के दौरान, उन्होंने आत्म-संदेह और असफलताओं का अनुभव किया, लेकिन उनकी दृढ़ता और कड़ी मेहनत सफल रही। प्रियंका ने अपने वैकल्पिक विषय लोक प्रशासन में 292 अंकों के साथ सर्वोच्च अंक प्राप्त किए और अंतिम सूची में, उन्होंने 193 के साक्षात्कार स्कोर सहित कुल 965 अंक प्राप्त किए।
IAS Priyanka Goel Success Story || यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (upsc civil service examination) भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं (examination) में से एक है। इस परीक्षा में सफल होने के लिए बहुत कड़ी मेहनत (hardwork) और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है।हालांकि लाखों अभ्यर्थियों (lakhs candidates) में से करीब 1 हजार अभ्यर्थी ही इस परीक्षा में सफल हो पाते हैं. ऐसे में आईएएस ऑफिसर (ias officer ) बनने का सपना देखने वाले उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए कई प्रयास करते हैं। आज हम आपको ऐसी ही एक कैंडिडेट आईएएस प्रियंका गोयल के बारे में बताएंगे, जो इस परीक्षा में 5 बार फेल (five times fail) हुईं, लेकिन अपने छठे प्रयास में उन्होंने आखिरकार आईएस (ias) बनने का सपना (dream) पूरा कर लिया।
प्रियंका गोयल (priyanka goel) का जन्म और पालन-पोषण दिल्ली में हुआ। उन्होंने अपनी स्नातक (graduation) की पढ़ाई केशव महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय से पूरी की। उन्होंने ग्रेजुएशन के तुरंत बाद ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (upsc civil services examination) की तैयारी शुरू कर दी थी। अपने छठे और अंतिम प्रयास में, उन्होंने अखिल भारतीय रैंक (all india renk) 369 के साथ सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की और आईएएस अधिकारी बन गईं। अपनी छह साल की यात्रा के दौरान, उन्होंने आत्म-संदेह और असफलताओं का अनुभव (experience) किया, लेकिन उनकी दृढ़ता और कड़ी मेहनत सफल रही। प्रियंका ने अपने वैकल्पिक विषय लोक प्रशासन में 292 अंकों के साथ सर्वोच्च अंक प्राप्त किए और अंतिम सूची में, उन्होंने 193 के साक्षात्कार स्कोर सहित कुल 965 अंक प्राप्त किए।
अपनी सक्रिय सोशल मीडिया (social media) उपस्थिति के कारण, प्रियंका गोयल ने बड़े पैमाने पर फॉलोअर्स (followers) बना लिए हैं। इंस्टाग्राम पर 192K।कई बाधाओं के बावजूद, प्रियंका ने अपने सपने को नहीं छोड़ा और अपने समर्पण और दृढ़ संकल्प के माध्यम से एक सिविल (civil ) सेवक बन गईं।हालाँकि उसे मूल रूप से परीक्षा की तैयारी के लिए संघर्ष(struggle) करना पड़ा क्योंकि उसे पाठ्यक्रम पूरी तरह से समझ नहीं आया था, फिर भी वह दृढ़ रही और अपने छठे प्रयास में उत्तीर्ण अंक प्राप्त करने में सफल रही। प्रियंका अक्सर अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर (share) करती रहती हैं।