IAS Harshita Goyal Success story || हरियाणा की बेटी बनी PM मोदी के राज्य की IAS, यूपीएससी में 2nd रैंक लाकर रचा था इतिहास

IAS Harshita Goyal Success story || कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 के तहत चयनित आईएएस अधिकारियों को कैडर आवंटित कर दिया है। ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल करने वाले शक्ति दुबे को उनका गृह राज्य उत्तर प्रदेश मिला है, जबकि दूसरी रैंक वाली हर्षिता गोयल को गुजरात कैडर आवंटित किया गया है।

IAS Harshita Goyal Success story ||संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा पास करके आईएएस बनने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए एक और बड़ा पड़ाव पूरा हो गया है। केंद्र सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने 2024 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारियों को उनके राज्य यानी कैडर आवंटित कर दिए हैं। इस लिस्ट में सबसे ज्यादा चर्चा ऑल इंडिया टॉपर शक्ति दुबे की हो रही है। अपनी कड़ी मेहनत से शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले शक्ति दुबे की खुशी दोगुनी हो गई है, क्योंकि उन्हें उनका होम स्टेट यानी उत्तर प्रदेश कैडर ही अलॉट हुआ है। यह UPSC Cadre Allocation किसी भी अधिकारी के लिए एक सपने के सच होने जैसा होता है, जब उसे अपनी ही मिट्टी में सेवा करने का मौका मिलता है।

UPSC civil services 2024 cadre allocation list

वहीं, दूसरी तरफ इस परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल करने वाली होनहार हर्षिता गोयल को गुजरात कैडर आवंटित किया गया है। वैसे तो हर्षिता का गृह राज्य हरियाणा है, लेकिन उनकी कर्मभूमि और शिक्षा का केंद्र गुजरात रहा है। नियमों के मुताबिक और उनकी प्राथमिकताओं को देखते हुए उन्हें गुजरात कैडर सौंपा गया है। यह आवंटन इसलिए भी खास है क्योंकि टॉप रैंकर्स को अक्सर उनकी पहली पसंद का कैडर मिलने की संभावना ज्यादा होती है। इस civil services news ने एस्पिरेंट्स के बीच काफी उत्साह भर दिया है, क्योंकि कैडर आवंटन उनकी भविष्य की कार्यशैली और क्षेत्र को तय करता है।

IAS Harshita Goyal Success story

IAS Harshita Goyal Success story

IAS topper Shakti Dubey home state cadre

हर्षिता गोयल की कहानी काफी दिलचस्प और प्रेरणादायक है। मूल रूप से हरियाणा के हिसार की रहने वाली हर्षिता का परिवार कई साल पहले गुजरात शिफ्ट हो गया था। उनके पिता की प्राइवेट नौकरी गुजरात में लगने के कारण उनका पूरा परिवार वडोदरा में बस गया। यही वजह है कि हरियाणा की बेटी होने के बावजूद उनका गुजरात से गहरा नाता है। हर्षिता ने अपनी पढ़ाई-लिखाई भी यहीं से की है। उन्होंने महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा से कॉमर्स (B.Com) में स्नातक किया है। ऐसे में Gujarat cadre IAS के रूप में उनकी नियुक्ति को एक तरह से उनकी घर वापसी ही माना जा रहा है, क्योंकि वे वहां की संस्कृति और भाषा से भली-भांति परिचित हैं।

Harshita Goyal IAS rank 2 biography

हर्षिता का सफर आसान नहीं था, उन्होंने अपनी मां को खोने के गम के बावजूद हिम्मत नहीं हारी। अपनी पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) जैसी कठिन परीक्षा भी पास कर ली थी। यूपीएससी में उनका यह तीसरा प्रयास था, जिसमें उन्होंने न सिर्फ सफलता पाई बल्कि दूसरी रैंक हासिल करके इतिहास रच दिया। उन्होंने अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर ‘राजनीति विज्ञान एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध’ को चुना था। पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी उनकी गहरी रुचि रही है। वे अहमदाबाद के बिलीफ फाउंडेशन के साथ जुड़कर थैलेसीमिया और कैंसर से पीड़ित बच्चों के लिए काम कर चुकी हैं। उनकी यह inspirational success story लाखों युवाओं के लिए एक मिसाल है।

how is IAS cadre allocated in India

कैडर आवंटन की यह प्रक्रिया काफी जटिल और महत्वपूर्ण होती है। सरकार द्वारा जारी सूची के अनुसार, अन्य सफल उम्मीदवारों को भी रोस्टर और उनकी वरीयता के आधार पर विभिन्न राज्यों में नियुक्त किया गया है। शक्ति दुबे को उत्तर प्रदेश कैडर मिलने से उम्मीद जताई जा रही है कि वे राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में अपनी नई सोच और ऊर्जा का संचार करेंगे। वहीं, हर्षिता गोयल गुजरात के प्रशासनिक ढांचे में एक मजबूत अधिकारी के रूप में अपनी पहचान बनाएंगी। यह bureaucracy update न केवल इन अधिकारियों के लिए बल्कि उन राज्यों के लिए भी महत्वपूर्ण है जहां वे अपनी सेवाएं देंगे।