HMPV Virus in India: HMPV वायरस को लेकर हो गई बड़ी भविष्यवाणी, क्या कोरोना की ही तरह घातक साबित होगा

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

HMPV Virus in India: काशी के ज्योतिषी पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि अप्रैल 2024 से 14 अप्रैल 2025 तक कालयुक्त संवत्सर (Kalayukt Samvatsar) चलेगा। इस दौरान शास्त्रों में उल्लेखित है कि जनता (public) को शारीरिक (physical) कष्ट (suffering) का सामना करना पड़ सकता है।

HMPV Virus in India:  HMPV (Human Metapneumovirus) वायरस ने हाल ही में पूरी दुनिया में दहशत फैला दी है, और अब भारत में भी इसके कुछ मामले सामने आए हैं। इससे पहले कोरोना वायरस ने 2020 से 2023 तक दुनियाभर में शारीरिक (physical) और आर्थिक (economic) क्षति का कारण बना था। एक मीडिया चैनल को जानकारी देते हुए काशी के प्रसिद्ध ज्योतिष (astrology) विद्वान पंडित संजय उपाध्याय से HMPV वायरस के प्रभाव (effect) के बारे में कुछ खास बातें ज्योतिषीय गणना (astrological calculation) के आधार पर साझा की हैं।

कालयुक्त संवत्सर और जनता की परेशानियां

काशी के ज्योतिषी पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि अप्रैल 2024 से 14 अप्रैल 2025 तक कालयुक्त संवत्सर (Kalayukt Samvatsar) चलेगा। इस दौरान शास्त्रों में उल्लेखित है कि जनता (public) को शारीरिक (physical) कष्ट (suffering) का सामना करना पड़ सकता है। उनका कहना है कि भारत की कुंडली (birth chart) में वृषभ लग्न (Taurus Ascendant) है, और वर्तमान में चंद्रमा (moon) की महादशा (major period) में शुक्र (Venus) की अंतर्दशा (sub-period) चल रही है, जो मानसिक (mental) तनाव और शारीरिक (physical) समस्याओं का कारण बन सकती है। हालांकि, 15 अप्रैल 2025 से सिद्धार्थ संवत्सर (Siddharth Samvatsar) शुरू होगा, जो उच्चतम (highest) फल (fruit) देने वाला वर्ष होगा।

HMPV से राहत मिलने की संभावना

पंडित संजय उपाध्याय ने कहा कि भारत की मकर लग्न (Makar Lagna) की कुंडली (birth chart) में स्थितियां दर्शाती हैं कि मकर (Capricorn) वक्री होकर सप्तम भाव (7th house) में बैठा है, जो दक्षिण पश्चिम क्षेत्र (south-west region) में रोग (disease) बढ़ाने का कारण बन सकता है। उन्होंने बताया कि सिद्धार्थ संवत्सर (Siddharth Samvatsar) के दौरान लोगों को राहत (relief) मिल सकती है और इस समय रोगों से मुक्ति (freedom from diseases) की संभावना अधिक रहेगी। इस समय ग्रहों (planets) की स्थिति (position) अनुसार लोगों को शारीरिक कष्ट (physical suffering) से राहत मिल सकती है।

शनि और गुरु का राशि परिवर्तन और वर्ष 2025 की जटिलताएं

2025 में शनि (Saturn) और गुरु (Jupiter) के राशि परिवर्तन (zodiac change) से ग्रहों की चाल (planetary movement) में बदलाव आ सकता है। मार्च 2025 से मई 2025 तक का समय कुछ जटिलता (complexity) लेकर आ सकता है। शनि (Saturn) 29 मार्च को कुंभ (Aquarius) से मीन (Pisces) राशि में प्रवेश करेंगे, और 14 मई 2025 को गुरु (Jupiter) वृषभ (Taurus) से मिथुन (Gemini) राशि में प्रवेश करेंगे। इन बदलावों (changes) से वर्ष 2025 में उथल-पुथल (chaos) की स्थिति (situation) पैदा हो सकती है। ज्योतिषी पंडित संजय उपाध्याय के अनुसार, इस समय ग्रहों की स्थिति (planetary position) समाज (society) और व्यक्तित्व (personality) के लिए एक नई दिशा (direction) प्रस्तुत कर सकती है।

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि pangighatidanikapatrika.in किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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