नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा देश की कठिनतम परीक्षाओं में से एक है. हर साल लाखों युवा IAS, IPS, IFS… बनने का सपना लेकर यूपीएससी एग्जाम देते हैं । लेकिन कई युवाओं का सपना पूरा होता है तो कई युवा वर्ग के लोग निराश हो जाते हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसे iAS अधिकारी की सफल कहानी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिन्होंने वर्ष 2017 में सफल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर पहले रैंक हासिल की हुई है। इस IAS अधिकारी का नाम अनुदीप दुरीशेट्टी है। जिन्होंने हाल ही में मीडिया में जारी एक बयान में अपनी सफलता की कहानी के बारे में सच बताया हुआ है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अनुदीप दुरीशेट्टी मेटपल्ली, तेलंगाना के रहने वाले है। इन्होंने श्री सुर्योदय हाई स्कूल से पढ़ाई की है। इसके बाद साल 2011 में उन्होंने BITS पिलानी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटशन में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उसके बाद उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल में हैदराबाद में बताओ सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी शुरू की लेकिन सिविल सेवा में जाने का उनका जुनून काम नहीं हुआ था अपनी नौकरी के साथ-साथ उन्होंने यूपीएससी की तैयारी भी शुरू कर दी । लेकिन हालांकि उन्हें बीच में काफी रुकावटें आई लेकिन उन्होंने अपना यूपीएससी की तैयारी नहीं छोड़ी और 2017 में उन्होंने यूपीएससी पास कर पहला रैंक हासिल किया हुआ है।
अनुदीप दुरीशेट्टी मैं वर्ष 2012 में पहले अटेम्प्ट का पेपर दिया हुआ था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली लेकिन लगातार प्रयास करने के बाद उन्होंने वर्ष 2013 में दूसरी बार UPSC CSE यूपी की परीक्षा दी जिसमें उन्हें भारतीय राजस्व सेवा में जगह मिली। उन्होंने कस्टम एंड सेंट्रल एक्साइज डिपार्टमेंट में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर काम किया, लेकिन वे IAS बनना चाहते थे. इसलिए तैयारी जारी रखी और अपने आखिरी (5वें) अटेंप्ट में उन्होंने यूपीएससी एग्जाम में ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल करके टॉप किया. IAS अनुदीप दुरीशेट्टी आज हैदराबाद में कलेक्टर पद पर रहे हैं.