Chamba Pangi HRTC Driver Story || पांगी: केलांग डिपू के दायरे में आने वाले सब डिपू किलाड़ पांगी में सेवाएं दे रहे एचआरटीसी के चालक हेमराज ठाकुर पांगी घाटी की तंग सड़कों पर पिछले दो सालों से सेवाएं दे रहे हैं। हेमराज का कहना है कि पहली बार सर्दियों के सीजन में घाटी में अपनी सेवाएं देने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पांगी घाटी की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से सभी चालकों व परिचालकों के लिए सर्दियों के लिए ड्रेसिंग किटे दी गई है।
जो उन्हें ठंड के साथ घाटी के लोगों को उनके मंजिल तक पहुंचाने में चालकों का साथ देती है। हेमराज अपने 10 सालों के करियर में आज दिन तक पांगी घाटी की जैसी सड़क नहीं देखी, यहां पर चालक को अपनी जान को हथेली पर रखकर यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचना पड़ता है। सबसे ज्यादा समस्याएं उस समय आती है जब बस अचानक कहीं बीच रास्ते में खराब हो जाती है।
सवारियां तो पैदल अपने गंतव्य तक पहुंच जाती है लेकिन चालक और परिचालक को ठंड हो या गर्मी बस में ही रात बितानी पड़ती है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में पांगी घाटी में उस समय दिक्कत आती है जब सुराल, शुण, हिलूटवान, हुड़ान, रेई ख्ज्जियार जैसे रूटों पर ड्यूटी लगती है तो जहां पर ज्यादा ठंड होने के कारण बस का रेडिएटर जाम हो जाता है ।और बस को स्टार्ट करना मुश्किल रहता है। इसलिए इन रूटों पर बस को स्टार्ट करने से पहले स्थानीय लोगों के घरों से गर्म पानी लाना पड़ता है और रेडिएटर को गर्म करके बस को स्टार्ट करना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि बस में यदि छोटी-मोटी तकनीकी खराबी आई तो उसे वह स्वयं ठीक कर लेते हैं यदि कोई बड़ी समस्या आई तो किलाड़ से मैकेनिक को बुलाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि 10 साल पहले वह मंडी एचआरटीसी डिपो में बताओ और चालक के रूप में ज्वाइन किए हुए थे और अब पांगी घाटी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं हेमराज ठाकुर हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के उपमंडल सुंदरनगर का रहने वाला है और अपने घर से कोसों दूर पांगी की घाटी के लोगों की सेवाएं के लिए सर्दियों के इन दिनों में भी तत्पर है