FD Interest Rates: FD की ब्याज दरों पर चलेगी कैंची? एक या दो साल तक निवेश करने वालों को होगा नुकसान
FD Interest Rates: एफडी में शॉर्ट टर्म निवेश करने वालों को झटका लग सकता है। सरकार शॉर्ट टर्म में ब्याज दरों में कटौती कर सकती है
FD Interest Rates: एक रिपोर्ट के मुताबिक उम्मीद है कि आरबीआई (rbi) द्वारा ब्याज दरों में कटौती शुरू करने से पहले एक अंतिम विराम लगेगा। ऐसे में बैंक धीरे-धीरे एफडी पर ब्याज दर कम कर सकते हैं। बता दें कि एफडी इस समय सबसे ज्यादा पॉपुलर सिर्फ
FD Interest Rates: फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में निवेश (investment ) करने वालों के लिए बुरी खबर है। सरकार एफडी (fix deposit) पर ब्याज दरों में कटौती कर सकती है। हालांकि यह कटौती कम समय (एक या दो साल) के लिए निवेश (investment ) करने वालों के लिए होगी। लंबी अवधि के निवेशकों पर इसका असर (effect ) नहीं होगा। अभी तक कई निवेशक ऐसे हैं जो कम अवधि यानी एक या दो साल के लिए एफडी कराते हैं। इसमें बड़ा हिस्सा निम्न मध्यम वर्ग का है। पिछले कुछ सालों में छोटी अवधि (short term) के लिए एफडी में निवेश करने वालों की संख्या काफी बढ़ी है। अगर इनकी ब्याज दरों (interest rates) पर कैंची चलती है तो इससे छोटी अवधि के निवेशकों को काफी नुकसान होगा। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक उम्मीद है कि आरबीआई (rbi) द्वारा ब्याज दरों में कटौती शुरू करने से पहले एक अंतिम विराम लगेगा। ऐसे में बैंक धीरे-धीरे एफडी पर ब्याज दर कम कर सकते हैं। बता दें कि एफडी इस समय सबसे ज्यादा पॉपुलर सिर्फ इसलिए है क्योंकि इसमें ब्याज दरें पहले के मुकाबले बढ़ गई हैं।शुरू लैडरैप वेल्थ इम्ब्रायड प्राइवेट लिमिटेड (private limited) के एमडी राघवेंद्र नाथ ने बताया कि लक्ष्मी आर्थिक प्रगति को देखते हुए रिजर्व बैंक के 4% लक्ष्य के नीचे आने का इंतजार है। इसके बाद ही एफडी की रुचि पर स्टॉक्स पर विचार किया जाएगा। लेकिन बैंकों को अपनी एफडी खरीदने में कुछ समय लग सकता है।एक साल में दिख सकता है असर
Bankbazaar.com के सीईओ आदिल का कहना है कि फिक्स्ड डिपॉजिट दरों में ग्रोथ होने की संभावना (possibility ) है, क्योंकि कुछ बैंकों ने हाल ही में बढ़त की घोषणा की है। यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि भले ही निकट भविष्य (future ) में एफडी ऋण में कोई कमी न हो, लेकिन ब्याज दर में कमी का चक्र शुरू हो गया है। आने वाले 9 से 12 महीने में कई बार ब्याज आरक्षण में कटौती हो सकती है।
FD में ऐसे करें निवेश FD में निवेश का अब मिलेगा फायदा
अपने फंड का एक हिस्सा छोटी से मध्यम अवधि (medium term) की एफडी में रखें। वहीं अपने पोर्टफोलियो (portfolio) का एक बड़ा हिस्सा लॉन्ग टर्म एफडी में निवेश करें। यदि बैंक ब्याज दर कम कर देंगे तो लोगों को पहले से अधिक लाभ नहीं मिलेगा और उसमें रुचि कम होने लगेगी। लैडरअप वेल्थ मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राघवेन्द्र नाथ ने कहा कि मजबूत आर्थिक विकास (economic development) को देखते हुए आरबीआई पहले मुद्रास्फीति के 4% के लक्ष्य से नीचे आने का इंतजार करेगा।इसके बाद एफडी ब्याज दरों में कटौती पर विचार किया जाएगा।
यद्यपि नीतिगत दरों में कटौती शीघ्र ही शुरू हो सकती है, लेकिन बैंकों को अपनी एफडी दरों को कम करने में कुछ समय लग सकता है। बैंक बाजार डॉट कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी का कहना है कि सावधि जमा दरों में वृद्धि होने की संभावना है, क्योंकि कुछ बैंकों ने हाल ही में बढ़ोतरी की घोषणा (announcement) की है।यहां ध्यान देने वाली महत्वपूर्ण बात यह है कि भले ही निकट भविष्य में एफडी दरों में कोई उल्लेखनीय कमी न हो, लेकिन ब्याज दरों में कमी का चक्र शुरू हो चुका है।आगामी 9 से 12 महीनों में ब्याज दरों में कई बार कटौती हो सकती है।
एफडी में निवेश कैसे करें?
अब एफडी में निवेश (investment) का तरीका बदलना होगा।अपनी धनराशि का एक हिस्सा छोटी से मध्यम अवधि की एफडी में रखें।साथ ही, अपने पोर्टफोलियो का एक बड़ा हिस्सा लंबी अवधि की एफडी में निवेश करें। इससे एफडी (fix deposit ) पर ब्याज बढ़ेगा और निवेश की राशि भी बढ़ेगी।