Sanjauli masjid case : संजाैली मस्जिद विवाद पर हिंदूवादी संगठनों का प्रदर्शन, ढली पेट्रोल पंप के पास चक्का जाम

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

Sanjauli masjid case :  ​शिमला:  हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla, capital of Himachal Pradesh)  के संजौली में अवैध निर्माण को लेकर चल रहे विवाद ने बुधवार को एक बड़ा मोड़ लिया है। इस मस्जिद में अवैध निर्माण के विरोध में हिंदूवादी संगठनों (Hinduist organizations) ने सुबह 11:00 बजे प्रदर्शन और रैली की योजना बनाई है। हालांकि, मंगलवार को इस प्रदर्शन को रोकने के लिए जिला प्रशासन और हिंदू संगठनों (District administration and Hindu organizations) के बीच वार्ता का प्रयास किया गया, लेकिन बातचीत विफल रही। इसके बाद प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।

धारा 144 लागू, सुरक्षा बल तैनात

प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र बुधवार को संजौली और उसके आसपास के इलाकों में धारा 144 (अब धारा 163 के रूप में लागू) लगा दी है। यह कदम किसी भी संभावित हिंसा या तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए उठाया गया है। धारा 144 के तहत नवबहार चौक से ढली टनल, आईजीएमसी से संजौली चौक, (IGMC to Sanjauli Chowk) और संजौली चौक से चलौंठी (Sanjauli Chowk to Chalunthi) और ढली वाया संजौली-चलौंठी जंक्शन (Sanjauli-Chalonthi Junction) के बीच सभी सार्वजनिक सभाओं और प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है। यह आदेश बुधवार सुबह 7 बजे से रात 11:59 बजे तक लागू रहेगा।

पुलिस की मुस्तैदी

मंगलवार रात 10:00 बजे पुलिस ने इलाके में फ्लैग मार्च किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है। सुबह 4:30 बजे से ही क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से पहले ही निपटा जा सके। उग्र प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए प्रदेश की सभी छह पुलिस बटालियनों को संजौली में तैनात किया गया है। इसके अलावा, महिला सुरक्षा बल भी इस तैनाती का हिस्सा है, ताकि किसी भी स्थिति में सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।

क्यों हुआ विवाद?

इस विवाद की जड़ में मस्जिद में कथित अवैध निर्माण  (Alleged illegal construction in mosque ) है, जिसे हिंदूवादी संगठनों ने धार्मिक और कानूनी मुद्दे के रूप में उठाया है। उनका आरोप है कि इस निर्माण के लिए न तो प्रशासन से कोई अनुमति ली गई है और न ही यह निर्माण कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रहा है। इसी के विरोध में ये संगठन प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं। प्रशासन की ओर से बार-बार समझाइश देने और बातचीत के प्रयास किए जाने के बावजूद मामला शांत नहीं हो पाया है, जिसके चलते अब सुरक्षा के कड़े उपाय किए जा रहे हैं।

प्रशासन का रुख

जिला प्रशासन ने प्रदर्शन को टालने के लिए सभी संभव प्रयास किए, लेकिन हिंदू संगठनों के रुख के चलते वार्ता विफल हो गई। प्रशासन का कहना है कि अवैध निर्माण के मामले की जांच की जा रही है, और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, किसी भी स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए धारा 144 (धारा 163) लागू करना और पुलिस बल की तैनाती जैसे कदम उठाए गए हैं, ताकि शांति बनी रहे।

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