Himachal News || पीएम मोदी 11 मार्च को करेंगे किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का पुंग तक वर्चुअल लोकार्पण
PM Modi Will Virtually Inaugurate Kiratpur-Nerchowk Fourlane Till Pung On March 11.
Himachal News || सड़क एवं यातायात परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के प्रयासों से देश में लगातार सड़कों का जाल बिछ रहा है और लगातार देश में फोरलेन बन रही हैंl जिसके कारण हिमाचल प्रदेश भी इन सुविधाओं का लाभ उठाने से पीछे नहीं रह रहा है। इसी कड़ी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 मार्च यनि सोमवार को किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का पुंग तक नई
Himachal News || धर्मशाला: सड़क एवं यातायात परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के प्रयासों से देश में लगातार सड़कों का जाल बिछ रहा है और लगातार देश में फोरलेन (forlane ) बन रही हैंl जिसके कारण हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) भी इन सुविधाओं (facilities) का लाभ उठाने से पीछे नहीं रह रहा है। इसी कड़ी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (prime minister Narendra Modi) 11 मार्च यनि सोमवार को किरतपुर-नेरचौक फोरलेन (kiratpur nerchowk forlane) का पुंग तक नई दिल्ली से वर्चुअल लोकार्पण करेंगे। इस फोरलेन को बनाने में 4,759 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। 69 किलोमीटर (kilometre ) लंबे फोरलेन को बनाने में कंपनी को करीब चार साल का समय लगा है। हालांकि, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ india ( National Highway authority of India) ने इसे 2012 में शुरू किया था, लेकिन बीच में निर्माण फोरलेन निर्माण करने वाली कंपनी दिवालिया घोषित हुई और काम रुक गया। वहीं, 2019 में इसका काम नई कंपनी को आवंटित किया गया। पहले इस इस नेशनल हाईवे की लंबाई 106 किलोमीटर थी, अब फोरलेन बनने के बाद इसकी लंबाई 37 किलोमीटर घटकर 69 किलोमीटर रह गई। इसमें ग्रीन फील्ड (green field) की लंबाई 47.753, ब्राउन फील्ड की 21.45 किलोमीटर है। 14 अगस्त, 2019 को ब्राउन फील्ड (brown field) का 249 करोड़ का टेंडर अवॉर्ड हुआ था।
27 नवंबर, 2019 को काम शुरू हुआ और 30 अप्रैल, 2023 को इसे पूरा कर लिया गया। ग्रीन फील्ड का टेंडर 16 अक्तूबर, 2020 को अवॉर्ड हुआ और 12 अगस्त, 2021 को काम शुरू कर 7 जून, 2023 को इसे पूरा कर लिया गया था। 6 अगस्त, 2023 को एनएचएआई (nhai) ने फोरलेन को ट्रायल तौर पर यातायात (transport ) के लिए शुरू कर दिया, लेकिन बरसात में फोरलेन को भूस्खलन से नुकसान पहुंचा। तीन माह के भीतर एनएचएआई ने इसे दोबारा दुरुस्त करने का काम किया। फोरलेन पर गरामोड़ा और बलोह टोल प्लाजा भी शुरू कर दिए गए हैं। एनएचएआई ने फोरलेन पर 60 किलोमीटर प्रति घंटा 60 km par hour) रफ्तार निर्धारित की है। अधिक स्पीड होने पर फोरलेन पर लगाए कैमरों से खुद चालान कटेगा।पांच टनल और 37 पुल बने हैं
इस परियोजना में पांच टनल बनाई गई हैं। इनका निर्माण जरूरत के हिसाब से किया गया है, इनमे से कुछ टनल (tunnel ) छोटी है तो कुछ लंबी। इनमें सबसे बड़ी टनल (small tunnel ) 1,800 मीटर गरामोड़ा, टीहरा टनल 1,265 मीटर, भवाणा टनल 740 मीटर, तुन्हू टनल 550 मीटर और सबसे छोटी टनल बागछाल 465 मीटर है। सभी टनल डबल लेन तैयार हो गई हैं। चार टनल की समानांतर सुरंग के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया (tender process ) जारी है। गरामोड़ा टनल की समानांतर सुरंग (tunnel) का काम चल रहा है। उसका काम भी काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा। परियोजना में कुल 37 पुल बने हैं। इनमें 22 बड़े और 15 छोटे पुल हैं।
पुंग से आगे नेरचौक तक छह किलोमीटर बाईपास का ही काम शेष
किरतपुर से नेरचौक तक इस फोरलेन (forlane) का काम लगभग पूरा हो गया है, लेकिन सुंदरनगर (sundernagar) के पुंग से नौलखा तक करीब छह किलोमीटर बाईपास (bypass) का निर्माण कार्य कभी शेष है। नौलखा से नेरचौक तक का काम भी पूरा है।
टनल में दो मजदूरों ने 10 दिन तक लड़ी जिंदगी की जंग, एक ने गंवाई थी जान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का उद्घाटन (inauguration) करेंगे। 2012 से फोरलेन तैयार होने तक इसमें कई उतार-चढ़ाव आए। इस फोरलेन की टीहरा टनल में हुए हादसे (tregedy ) को सदियों तक लोग भूल नहीं पाएंगे। टनल के अंदर दो मजदूरों ने 10 दिन (ten days) तक जिंदगी की जंग लड़ी थी। वहीं एक मजदूर की मौत (death )हो गई थी।