पांगी में अनाथ नाबालिग से दुष्कर्म कर बनाया गर्भवती, फिर बच्चा बेचकर भागा आरोपी, विधायक ने उठाया मामला तो हुई कार्रवाई

 
 Pangi Rape Case

Image caption:  Pangi Rape Case

पांगी (चंबा): हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने प्रदेश सरकार के 'चिल्ड्रेन ऑफ द स्टेट' के दर्जे पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां किलाड़ के एक अनाथ आश्रम में रहने वाली 15 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मामला एक साल पुराना है, लेकिन इसका खुलासा हाल ही में हुआ, जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

दुष्कर्म के बाद गर्भवती हुई, फिर बेच दिया बच्चा
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह घिनौनी वारदात लगभग एक साल पहले हुई थी। आरोपी ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया, जिसके परिणामस्वरूप वह गर्भवती हो गई। जब गांव में यह बात फैलने लगी तो कुछ ग्रामीणों ने नाबालिग को आरोपी के घर पहुंचा दिया। मामला बढ़ता देख, आरोपी नाबालिग को लेकर जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ चला गया। वहां 18 मार्च को नाबालिग ने एक बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद आरोपी ने उस नवजात बच्चे को किश्तवाड़ में ही किसी और को सौंप दिया और खुद वापस पांगी लौट आया। उसे लगा कि मामला अब दब गया है। वहीं, कुछ महीने बाद पीड़िता ने भी जम्मू के गुलाबगढ़ में शाम लाल नामक व्यक्ति से शादी कर ली।


विधायक के दौरे से खुला राज, विधानसभा में गूंजा मामला
यह पूरा मामला शायद हमेशा के लिए दफन हो जाता, अगर भरमौर-पांगी के विधायक डॉ. जनक राज हाल ही में पांगी के दौरे पर नहीं गए होते। दौरे के दौरान, रेई गांव के वासियों ने विधायक को इस पूरी घटना की जानकारी दी। मामले की गंभीरता को समझते हुए विधायक ने तुरंत मुख्यमंत्री समेत सभी आला अधिकारियों को इससे अवगत कराया और बुधवार को इस मुद्दे को विधानसभा सत्र में भी जोर-शोर से उठाया। उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, कि एक तरफ प्रदेश सरकार अनाथ बच्चों को 'चिल्ड्रेन ऑफ द स्टेट' का दर्जा दे रही है, वहीं दूसरी तरफ पांगी जैसे दूरदराज के इलाके में एक अनाथ बच्ची के साथ इतनी बड़ी घटना हो जाती है और किसी भी अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं लगती।


पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
विधायक द्वारा मामला उठाने के बाद प्रशासन और पुलिस हरकत में आई। पुलिस थाना पांगी के प्रभारी जोगिंद्र सिंह जरियाल ने बताया कि पुलिस टीम जम्मू के गुलाबगढ़ गई और वहां से पीड़िता को पांगी लाया गया। पीड़िता की शिकायत के आधार पर 18 अगस्त को मुख्य आरोपी दीपक कुमार (पुत्र अशोक कुमार, निवासी रेई, पांगी)  के खिलाफ पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर बुधवार को चंबा कोर्ट में पेश किया, जहां से अदालत ने उन्हें 2 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस ने आरोपियों का मेडिकल पांगी अस्पताल में और पीड़िता का मेडिकल चंबा मेडिकल कॉलेज में करवाया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घिनौने अपराध में और कौन-कौन लोग शामिल थे और बच्चे को किसे और क्यों सौंपा गया।

 

Tags