Himachal Big News || हिमाचल की सुक्खू सरकार का बड़ा फैसला, जो गाड़ी फिटनेस टेस्ट में हुई फेल तो सीधे जाएगी कबाड़ में
न्यूज हाइलाइट्स
Himachal Big News || इस वर्ष हिमाचल प्रदेश के परिवहन विभाग में कई नए प्रयास देखने को मिलेंगे। प्रदेश में गाड़ियों की मैनुअल फिटनेस टेस्टिंग बंद कर दी जाएगी। अब आटोमैटिड टेस्टिंग सेंटरों में गाड़ी की फिटनेस की जांच होगी। मैनुअल टेस्टिंग अक्टूबर से बंद हो जाएगा। अक्टूबर की पहली सप्ताह से ऑटोमेटिड टेस्टिंग सेंटरों में गाड़ी की फिटनेस की जांच की जाएगी। गाड़ी इस टेस्ट में दो बार फेल होने पर स्क्रैप के लिए भेजा जाएगा।
शनिवार को एक पत्रकार वार्ता में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और परिवहन विभाग का प्रभारी मुकेश अग्निहोत्री ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब गाड़ी स्क्रैपिंग की सुविधा होगी। इसके लिए छह ऑटोमेटिक टेस्टिंग और वाहन स्क्रैपिंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इच्छुक लोगों से 31 जनवरी तक निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। बकौल अग्निहोत्री, गाड़ी को फिटनेस टेस्ट में दो बार फेल होने पर कबाड़ में डाल दिया जाएगा।
ऐसे वाहनों को वर्तमान में मेटल स्क्रैप ट्रेड स्क्रैपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Scrap Trade Scrapping Corporation of India) भेजा जा रहा है। उनका कहना था कि राज्य में 15 साल से अधिक पुराने सरकारी वाहनों का उपयोग नहीं किया जाएगा। ऐसे वाहनों का पंजीकरण रद्द हो गया है और वे स्क्रैप में डाल दिए जा रहे हैं। ये वाहन पोर्टल से हटा दिए गए हैं और अब अवैध माना जाएगा। सरकार ने निर्णय लिया है कि ऐसे वाहनों को सड़कों पर दौड़ना गैरकानूनी होगा। इसके अलावा, सूचना मिली है कि सरकारी विभाग अब सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद करेंगे।
फैंसी नंबर से परिवहन महकमे ने 11 करोड़ रुपए कमाए
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भी निजी वाहनों के लिए एक नंबर सीरीज देने का निर्णय लिया है। पहले यह सीरीज सिर्फ सरकारी गाड़ी के लिए थी। अब इन्हें निजी वाहनों के लिए बोलियों पर बेच रहे हैं, जिसमें पांच लाख से अधिक की बोलियां हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पांच नंबर की सीरीज जारी की गई हैं, जिनमें से एक 35 लाख रुपये में खरीदा गया है। अब तक परिवहन विभाग ने 3155 फैंसी नंबरों से 11 करोड़ रुपये कमाए हैं।
पैसेंजर एंड गुड्स टैक्स न देने वालों के लिए राहत || Himachal Big News
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उन वाहन चालकों को राहत देने का भी निर्णय लिया है जिन्होंने पिछले कई सालों से पैसेंजर एंड गुडस टैक्स नहीं जमा किया है। ऐसे वाहन चालकों को अब सिर्फ पैनल्टी का दस प्रतिशत देना होगा और उनसे कोई ब्याज नहीं वसूला जाएगा। परिवहन विभाग को अभी तक पांच सौ लाख रुपये इस अभियान में मिल चुके हैं।
घायलों को अस्पताल लाने वालों को पांच हजार रुपये का पुरस्कार
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में अक्सर हिट एंड रन होते हैं। सरकार ने निर्णय लिया है कि घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को पुलिस परेशान नहीं करेगी; इसके बजाय, उन्हें पांच हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। उनका कहना था कि परिवहन विभाग लोगों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक करने के लिए 15 जनवरी से तीन महीने का यातायात सुरक्षा अभियान शुरू करेगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ इसके बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सड़क पर अक्सर दुर्घटना होने वाले ब्लैक स्पॉट को भी सुधार दिया जाएगा। लोकनिर्माण विभाग को इनका नामकरण करने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग भी अब ई-चालान की सुविधा देगा और मौके पर जुर्माना देगा। 31 मार्च 2024 तक राज्य में ई-चालान पूरी तरह से लागू होगा। इसके साथ, आगामी 30 जून तक परिवहन विभाग के 12 बैरियरों को इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से लैस किया जाएगा. उसके बाद, आटोमैटिक चालान यहां शुरू होंगे।
एक साल में परिवहन विभाग का राजस्व 300 करोड़ रुपये बढ़ा || Himachal Big News
जब सरकार आई, मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि परिहवन विभाग का राजस्व पांच सौ करोड़ था। विभाग ने पिछले एक वर्ष में राजस्व बढ़कर 800 करोड़ रुपए पहुंचने के लिए कई नए उपाय किए हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि उनका लक्ष्य परिवहन विभाग में 1000 करोड़ रुपये का राजस्व बनाना है। मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि राज्य में 22,43,524 वाहन हैं। 19,25,593 निजी गाड़ी इसमें शामिल हैं। वहीं 3179711 व्यवसायिक गाड़ियां हैं। उनका कहना था कि हिमाचल में 2,811 इलेक्ट्रिक वाहन हैं, जिनमें 2412 निजी वाहन और 399 व्यवसायिक वाहन हैं। उनका कहना था कि राज्य सरकार एक ई-टैक्सी प्रणाली शुरू करने जा रही है, जिसके तहत पांच सौ गाड़ियां पचास प्रतिशत अनुदान पर दी जाएंगी। ई-टैक्सी के लिए अभी तक 521 आवेदन प्राप्त हुए हैं। प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं, अग्निहोत्री ने कहा कि अब तक 17 पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर दिए गए हैं, जो फरवरी में शुरू हो जाएंगे। HRS ने 234 नए रूट पर आवेदन मांगे थे, अभी तक 1263 आवेदन मिले हैं। जबकि पांच सौ रूट पर कोई आवेदन नहीं मिला है।
प्रदेश में सड़क हादसों में 13% की कमी
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में 881 लोग मर गए, जबकि 2022 में 1032 लोग मर गए। नेशनल हाईवे प्रदेश में 50 प्रतिशत दुर्घटनाओं का कारण है। इस प्रकार, पिछले वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में 13% की कमी हुई है, और उनका लक्ष्य और भी कमी लाना है। इसके लिए जागरूक करना आवश्यक है। स्कूलों में भी दुर्घटनाओं को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।