Himachal Lok Sabha Elections || हिमाचल में CM सुखविंदर सिंह सुक्खू की टेंशन बढ़ा सकता है अमित शाह का ये बयान, क्या कुछ कहा?
न्यूज हाइलाइट्स
धर्मशाला: Himachal Lok Sabha Elections || हिमाचल प्रदेश में चुनावी लड़ाई अभी भी जारी है। गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने इस बीच ऊना के अंब में एक जनसभा को संबोधित किया। यहां, उन्होंने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी अनुराग ठाकुर के लिए वोट मांगे और छह विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनावों में जनता से मदद मांगी। अमित शाह ने कहा कि बीजेपी में आने वाले सभी छह विधायक कांग्रेस छोड़ गए हैं। उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों पर विश्वास था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व पर भरोसा था। उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश में चार सांसदों की जीत के साथ छह विधायकों की जीत होगी और हिमाचल प्रदेश में भी ‘कमल के फूल’ वाली सरकार बनेगी।उन्होंने हिमाचल प्रदेश की जनता से अपील की है कि एक बार फिर डबल इंजन वाली सरकार बनाएं।
प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल को गुजरात से अधिक पसंद करते हैं: शाह
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अनुराग ठाकुर एक प्रसिद्ध नेता हैं। भारतीय जनता पार्टी ने एक महत्वपूर्ण नेता को हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में भेजा है। उनका कहना था कि अनुराग ठाकुर जैसा सांसद दिया गया, लेकिन ऐसा सांसद खोजने पर भी नहीं मिलेगा। उनका कहना था कि अनुराग ठाकुर ने युवाओं को भारतीय जनता पार्टी में शामिल करने में सफलता हासिल की है।
अमित शाह ने कहा कि हर बार जब वे विभिन्न क्षेत्रों में जाते हैं, लोग उनसे कहते हैं कि वे अपने सांसदों को मंत्री बना दें। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां एक मंत्री बनाया है। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश से बहुत जुड़े हैं। प्रधानमंत्री को हिमाचल से इतना प्रेम है कि गुजरातियों को भी क्रोध आता है।
POK हमारा है और रहेगा, शाह ने कहा।
गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने पाक ऑक्यूपाइड कश्मीर (pak occupied kashmir) को भी उठाया। उनका कहना था कि पाक ऑक्यूपाइड कश्मीर भारत का है और रहेगा। विपक्षी नेता हमें डराने की कोशिश करते हैं कि पाकिस्तान एटम बम रखता है। लेकिन वीरभूमि हिमाचल में वह यह बताना चाहते हैं कि हम एटम बम से नहीं डरते। अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने कहा कि कांग्रेस की सरकार रहते हुए देश में आतंकी हमले होते रहे थे और कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति के कारण कोई कार्रवाई नहीं की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार (Prime Minister Narendra Modi government) में आतंकी हमला हुआ तो भारत ने पाकिस्तान में घुसकर उन्हें मार डाला।