Himachal News शिमला। हिमाचल में क्रिप्टो करंसी स्कैम मामले की जांच जोर शोर से चली है। एसआईटी मामले की जांच में जुटी है। मामले में एसआईटी ने एक महिला सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मंडी जिला नेरचौक निवासी परसराम सैणी, बल्ह से केवल सिंह, सुंदरनगर से संजय, जिला हमीरपुर से दिग्विजय सिंह, अमित, कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां से गोविंद गोस्वामी और पंचकूला से अराधिका को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को शिमला में कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से 10 दिन का पुलिस रिमांड मिला है।
मामले में दो गिरफ्तारियां पहले ही हो चुकी हैं। मामले का मुख्य सरगना सुभाष अभी फरार है। इन पर आरोप है कि इन्होंने लोगों को झांसा देकर निवेश करवाया। सभी ने अपने अपने काम संभाल रखे थे। कैसे लोगों से संपर्क करना और उन्हें निवेश करने के लिए तैयार करना आदि। बता दें कि हिमाचल में क्रिप्टो करंसी में बड़े स्कैम का मामला सामने आया है। मामला हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में भी उठा था। सरकार ने मामले में एसआईटी गठित की है। एसआईटी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नए-नए खुलासे मामले में हो रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने मामले से जुड़ी एक करोड़ रुपए की संपत्ति फ्रीज की है। वहीं, जल्द ही मामले में पुलिस 5 करोड़ की एक अन्य संपति फ्रीज करने जा रही है। क्रिप्टो करंसी स्कैम के लिए एसआईटी (SIT) का गठन किया है। डीआईजी नॉर्दन रेंज अभिषेक दुल्लर के नेतृत्व में SIT लगातार योजनाबद्ध तरीके से तफ्तीश कर रही है। मामले में करीब अढ़ाई लाख आईडी बने होने की बात पता चली है। इसमें हिमाचल और प्रदेश के बाहर के एक लाख लोगों ने ट्रांजैक्शन की है। पूरे मामले में 2300 करोड़ की कुल ट्रांजैक्शन होने का अभी तक अनुमान है, जिसमें 400 करोड़ की देनदारियां बाकी हैं।