पांगी के किसानों को प्राकृतिक खेत के लिए जागरूक करवाने के लिए आत्मा परियोजना ने चलाया एक खेत में दो फसलों का उत्पाद अभियान

पांगी: पांगी घाटी के मुख्यालय किलाड़ कृषि विभाग द्वारा आत्मा परियोजना के तहत एक दिवसीय सेस सेंसटाइजेशन के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान पांगी घाटी के 120 किसानों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। आत्मा परियोजना द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण भी दिया गया। इस दौरान आत्मा परियोजना की ओर से 19 पंचायतों के हर गांव के 2 किसानों को मटर के साथ गेहूं की फसल लगवाने के लिए चयनित किया गया।


आत्मा परियोजना की ओर से जिन किसानों को चयनित किया गया है उन्हें मटर व गेहूं का बीच निशुल्क दिया जा रहा है। आत्मा परियोजना की ओर से पांगी घाटी के विभिन्न पंचायतों में पहुंचकर किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए जागरूक अभियान चलाया गया है। और किसानों के एक ही खेत में दो उत्पाद तैयार करवाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।


मुख्यालय किलाड़ में आयोजित इस कार्यशाला के दौरान आत्मा परियोजना की खंड तकनीकी प्रबंधक चेतराम, सहायक तकनीकी प्रबंधक किरण शर्मा और पाली मौजूद रहे। साथ ही विभिन्न पंचायतों से पहुंचे किसानों ने आत्मा परियोजना द्वारा चलाई गई कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी हांसिल की