पांगी: तीन मासूमों के सिर से पहले पिता का साया छिना, अब मां की ममता, साच पंचायत में शोक की लहर

पांगी: पांगी के सेचू संर्पक मार्ग पर साच-घराट के समीप हुए सड़क हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई। इस हादसे में शिकार हुई मान देई पत्नी स्वा. हरी कृष्ण अपने पिछे तीन मासूम बच्चों को छोड़ गई है। तीनों बच्चों को पहले पिता का साया सिर से उठा तो मां के सहारे जीने की कोशिश की। लेकिन सोमवार को पांगी के साच-घराट में हुए हादसे में मौत ने मां की ममता भी छीन ली। काल का ग्रास बनी मान देई के पति हरी कृष्ण की भी दस साल पहले मृत्यु बीमारी के कारण हुई थी।

पति की मृत्यु के बाद मान देई के कंधों पर पहाड़ जैसी जिदगी के साथ तीन बेटो की जिम्मेदारी आ गई थी, लेकिन बच्चों का सहारा बनकर उनकी जिदगी संवारने की ठान चुकी मान देई की जीवनलीला सोमवार को समाप्त हो गई। मानदेई की सबसे बड़ा बेटा अपने दोनों छेटे भाईयों के साथ पांगी से बाहर पढ़ाई करने होते है। सोमवार को साच से कुछ दूरी पर जाने के लिए पिकअप में लिफ्ट ली हुई थी, उनको क्या मालूम था कि मौत साच-घराट में उनका इंतजार कर रही है। बच्चों के पालन-पोषण के लिए मान देई लोक निर्माण विभाग में कर्रयत है। तीनों महिलाएं सुबह साच से साच जीरो प्वांईट के लिए चुना लेकर जा रही थी।


इस सड़क हादसे के बाद साच पंचायत में शोक की लहर है। मान देई कुछ समय बाद अब रिर्टयड हो रही थी। मान देई के तीन बच्चे जिनकी आयु 12 से 20 वर्ष के बीच है। वहीं इस सड़क हादसे के बाद तीनों बच्चों के सिर से मां-बाप का साया छिन गया है। पांगी के आवासीय आयुक्त सुखदेव सिंह ने बताया कि प्रशासन की और से मृतकों के परिजनों को 20-20 हजार रुपए की तुरंत राहत राशि भी प्रदान कर दी गई है। भरमौर के विधायक जियालाल कपूर ने इस दुर्घटना पर दुख जताते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं ।

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