Ration Card: खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा सितंबर महीने में वितरित किए जाने वाले राशन से करीब 3000 गरीब परिवार वंचित रह जाएंगे और यह फैसला हरियाणा के लिए लिया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि डिपो धारकों द्वारा राशन वितरण के लिए जितनी गेहूं की डिमांड भेजी गई थी, उतना गेहूं उन्हें आवंटित नहीं किया गया।
सितंबर महीने में मुख्यालय ने जिले को राशन में 5,611 किलोग्राम गेहूं कम आवंटित किया है, जबकि डिपो धारकों द्वारा सितंबर महीने में 28,000 से ज्यादा किलोग्राम गेहूं की डिमांड भेजी गई थी। डिपो धारकों को सितंबर महीने के राशन के लिए 2,26,814 किलोग्राम गेहूं आवंटित किया गया है। कम आवंटन की वजह से राशन वितरण के दौरान डिपो धारकों की परेशानी बढ़ने वाली है।
अक्सर राशन न मिलने के कारण राशन कार्ड धारक डिपो पर डिपो धारकों से झगड़ा करते हैं। लेकिन खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से यह समस्या अधिकांश महीने में बनी रहती है। जिले में डेढ़ लाख से ज्यादा बीपीएल और ए-वाई-सी (AAY) कार्ड धारक हैं। रेवाड़ी जिले में वर्तमान में 1,01,130 बीपीएल, यानी कि गरीबी रेखा से नीचे, यानी कि पीला राशन कार्ड, और ए-वाई-ए (AAY), अंत्योदय अन्न योजना, यानी कि गुलाबी राशन कार्ड धारक हैं। इनमें 10,119 ए-वाई-सी (AAY) कार्ड और 14,000 बीपीएल कार्ड धारक हैं।
खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 553 डिपो के माध्यम से इन कार्ड धारकों को हर महीने गेहूं, चीनी और सरसों का तेल वितरित किया जाता है। इसी के साथ ही, बीपीएल कार्ड पर प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम गेहूं, 1 किलोग्राम चीनी और 2 किलोग्राम सरसों का तेल वितरित किया जाता है। इसी प्रकार, ए-वाई-सी (AAY) कार्ड पर प्रति व्यक्ति 35 किलोग्राम गेहूं, 1 किलोग्राम चीनी और 2 किलोग्राम सरसों का तेल वितरित किया जाता है। जबकि, सर्दियों के मौसम में बीपीएल कार्ड धारकों को प्रति व्यक्ति 3 किलोग्राम और 2 किलोग्राम गेहूं वितरित किया जाता है। इस कार्ड पर प्रति व्यक्ति 24 किलोग्राम बाजरा और 11 किलोग्राम गेहूं वितरित किया जाता है।