Post Office Scheme For Women || पोस्ट ऑफिस की इन दो योजनाओं में निवेश करने से महिलाएं बन जाएगी अमीर, जानें कैसे मिलेगा लाखों का रिटर्न
यह दो योजनाएं हैं खास कर महिलाओं के लिए
आज के समय में महिलाएं (womens) किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। सेविंग (saving) की अगर बात करें तो महिलाएं कुछ ना कुछ बचत अवश्य करती है कई बार ऐसा देखने में आता है कि घर के खर्चों (home expenses) को पूरा करने के आलावा भी महिलाएं कुछ ना कुछ बचा लेती है। ऐसे में महिलाओं को आर्थिक (financial
Post Office Scheme For Women || आज के समय में महिलाएं (womens) किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। सेविंग (saving) की अगर बात करें तो महिलाएं कुछ ना कुछ बचत अवश्य करती है कई बार ऐसा देखने में आता है कि घर के खर्चों (home expenses) को पूरा करने के आलावा भी महिलाएं कुछ ना कुछ बचा लेती है। ऐसे में महिलाओं को आर्थिक (financial) रूप से सशक्त बनाने के लिए सरकार (government)कई प्रकार की योजनाएं (schemes) बनाती है। सरकार द्वारा (by the government) महिलाओं के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है। जिनमें निवेश करके महिलाएं लाखों का रिटर्न (returns in lakhs)लाभ के रूप में कमा सकती हैं। जानते हैं ऐसी ही दो योजनाओं (Post Office schemes) के बारे में जिसमें निवेश करके महिलाएं लाखों रुपये का मुनाफ़ा (benefit)कमा सकती हैं।
Post Office Scheme For Women
सरकार ने पोस्ट ऑफिस (post office) की यह योजना खासकर महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है। जिसमें किसी भी उम्र की महिलाएं निवेश (investment ) कर सकती हैं। महिला सेविंग सर्टिफिकेट योजना (Mahila Samman Saving Certificate ) में दो साल (two years) के लिए निवेश किया जा सकता है. जिसमें निवेश पर 7.50 फीसदी की दर से ब्याज(intrest ) मिलता है। इस योजना में अधिकतम (maximum ) दो लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है। इस योजना में निवेश करने पर आयकर की धारा 80सी के अंतर्गत 1.50 लाख रुपये तक की टेक्स में छूट भी दी जाती है। मैच्योरिटी पर निवेशकों को 2,32,044 लाख रुपये मिलते हैं।सुकन्या समृद्धि योजना || Post Office Scheme For Women
दूसरी योजना है सुकन्या समृद्धि योजना। केंद्र सरकार (center government) द्वारा इस योजना की शुरुआत साल 2014 में की गई थी। यह योजना खासकर बच्चियों (girls ) के लिए शुरू की गई है। सुकन्या समृद्धि (Sukanya Samriddhi Yojana) खाते में दस साल की उम्र तक की बच्ची के नाम (in the name of girl) पर उनके माता-पिता या अभिभावक निवेश कर सकते हैं। जिसमें हर साल 250 रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है। जब बच्ची 18 साल की उम्र को पूरा कर कर लेती है तब जमा राशि का पचास प्रतिशत (fifty parco)निकाला जा सकता हैं। इसके बाद 21 साल की उम्र होने पर पूरे पैसे निकाले जा सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के जरिये मिले रिटर्न का इस्तेमाल बच्ची की पढ़ाई या शादी(marriage ) के लिए किया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना और महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट दोनों ही योजनाएं महिलाएं को ध्यान में रखकर बनाई गई।