Recurring Deposit: पोस्ट ऑफिस की इस धासू RD स्कीम से 5 साल में बना सकते हैं बड़ा पैसा, जानिए कैसे


पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जिसमें आप हर महीने एक तय राशि जमा करते हैं। अगर कोई व्यक्ति इस स्कीम में हर महीने ₹1800 की किस्त भरता है, तो 60 महीनों (5 साल) के बाद उसकी कुल जमा राशि ₹1,08,000 होगी। पोस्ट ऑफिस की RD स्कीम में निवेश करने के लिए आपको सिर्फ एक पोस्ट ऑफिस बचत खाता (Savings Account) की ज़रूरत होती है। नाबालिग बच्चों के नाम से भी यह खाता खोला जा सकता है, बशर्ते उनके अभिभावक इसके लिए अनुमति दें।
यह स्कीम 5 साल यानी 60 महीने के लिए होती है और इसकी मैच्योरिटी के समय आपको मूलधन के साथ ब्याज भी मिलता है। बैंक की आरडी की तरह ही इसमें भी मासिक किस्त के हिसाब से ब्याज जुड़ता है। इस पर 6.7% वार्षिक ब्याज दर के हिसाब से ₹20,459 का ब्याज मिलेगा। इसके बाद आप व्यक्तिगत रूप से खाता खोल सकते हैं या फिर जॉइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं। भारत सरकार की पोस्ट ऑफिस आरडी स्कीम में वर्तमान में 6.7% प्रति वर्ष की ब्याज दर दी जा रही है, जो तिमाही कंपाउंडिंग के आधार पर लागू होती है। यानी हर तीन महीने में आपके पैसे पर ब्याज जुड़ता है और फिर उस ब्याज पर भी ब्याज मिलता है।
पोस्ट ऑफिस में RD खाता कैसे खोलें?
- नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाएं।
- RD अकाउंट ओपनिंग फॉर्म भरें।
- आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट साइज फोटो जैसे डॉक्यूमेंट साथ ले जाएं।
- पहली किस्त के रूप में ₹100 या उससे अधिक जमा करें।
- KYC प्रक्रिया पूरी करें।
टैक्सेशन का क्या नियम है?
पोस्ट ऑफिस की RD पर मिलने वाला ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल होता है। टैक्सेशन का क्या नियम है? यानी अगर आपको इस स्कीम से ब्याज के रूप में ₹20,000 मिलते हैं, तो वह आपकी कुल सालाना इनकम में जुड़ जाएगा और उस पर टैक्स देना होगा। हालांकि, TDS तभी कटता है जब सालाना ब्याज ₹40,000 (सीनियर सिटिजन्स के लिए ₹50,000) से ज्यादा हो।
यह योजना किनके लिए ज्यादा फायदेमंद है?
यह स्कीम खासकर उनके लिए बेहद फायदेमंद है:
- जो लोग नौकरीपेशा हैं और हर महीने कुछ न कुछ बचत कर सकते हैं।
- छोटे कारोबारी जो नियमित इनकम में से निवेश करना चाहते हैं।
- गृहणियां और बुज़ुर्ग जो सुरक्षित निवेश चाहते हैं।
- अभिभावक जो बच्चों के लिए फ्यूचर फंड बनाना चाहते हैं।