PM Kisan Scheme AI: केंद्र की मोदी सरकार देश के किसानों को हर संभव मदद देने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में आज किसानों को देश की रीड की हड्डी माना जाता है वही इन किसानों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के दिशा में केंद्र की मोदी सरकार लगातार कई चुनौतियों से लड़ रही है। वहीं अब केंद्र सरकार की ओर से किसानों की मदद के लिए पीएम किसान योजना में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया है। सरकार इस तकनीकी सहायता से इस योजना को अधिक से अधिक प्रभावी बनाने में सक्षम होगी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में AI के माध्यम से आपको अधिकारिता वेबसाइट पर एक चाटबॉट देखने को मिलेगा जिसका नाम केंद्र सरकार की ओर से ‘किसान-ए-मित्र’ नाम दिया गया है। इस इस तरह से तैयार किया गया है कि यह किसने की सही और सिक्का से जानकारी देने के लिए तैयार किया गया है अब किसानों को सही और सटीक जानकारी लेने के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं केवल आप प्रधानमंत्री किसान योजना की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर ‘किसान-ए-मित्र’ चैटबॉट की पूरी मदद ले सकते है।
‘किसान-ए-मित्र’ चैटबॉट से किसानों को राहत
पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना में किसानों के सवालों के जवाब देने के लिए एआई संचालित (AI-Powered) एक खास चैटबॉट (Chatbot) ‘किसान-ए-मित्र’ विकसित किया गया है। यह डिजिटल (Digital) तकनीक किसानों को त्वरित और सटीक जानकारी देने में मदद करेगी।
कृषि मंत्री ने क्या कहा?
केंद्रीय कृषि मंत्री (Union Agriculture Minister) शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा (Lok Sabha) में बताया कि एआई (AI) की मदद से स्वास्थ्य (Healthcare), शहरों (Cities) की स्थायी व्यवस्थाओं और कृषि (Agriculture) में बड़ा बदलाव लाया जाएगा। इसके लिए उत्कृष्टता केंद्र (Centers of Excellence – CoE) स्थापित किए जा रहे हैं।
महत्वपूर्ण संस्थानों को मिली जिम्मेदारी
भारत में एआई (AI) को आगे बढ़ाने के लिए एम्स दिल्ली (AIIMS Delhi), आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi), आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) और आईआईटी रोपड़ (IIT Ropar) को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये संस्थान मिलकर शोध (Research) और औद्योगिक भागीदारी (Industrial Partnership) के जरिए इस तकनीक को आगे बढ़ाएंगे। इस परियोजना में आईआईटी मद्रास (IIT Madras), आईआईटी हैदराबाद (IIT Hyderabad), आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay), आईआईटी तिरुपति (IIT Tirupati), आईआईटी गुवाहाटी (IIT Guwahati), आईआईटी गांधीनगर (IIT Gandhinagar), आईआईएससी बेंगलुरु (IISc Bangalore), आईआईआईटी हैदराबाद (IIIT Hyderabad), एम्स पटना (AIIMS Patna), एनआईटी मेघालय (NIT Meghalaya), एनआईटी हमीरपुर (NIT Hamirpur) और एनआईटी कालीकट (NIT Calicut) भी शामिल हैं।
भविष्य की योजनाएं
सरकार ने ‘मेक एआई इन इंडिया’ (Make AI in India) और ‘मेक एआई वर्क फॉर इंडिया’ (Make AI Work for India) विजन को सफल बनाने के लिए वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 990 करोड़ रुपये (990 Crore Rupees) का बजट निर्धारित किया है। यह निवेश तकनीकी (Technology) क्षेत्र को मजबूती देगा और देश को एआई (AI) के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में मदद करेगा।