RBI Fraud Alert || भारतीय नागरिकों को RBI ने फ्रॉड के 5 तरीकों से किया सावधान, जान लें नहीं तो आप भी हो जाओगें शिकार – rbi alerts about five ways of fraud know so than you do not fall prey

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

RBI Fraud Alert || फ्रॉड के नए तरीके हर दिन सामने आ रहे हैं। विशेष रूप से, पढ़े लिखे लोग और बैंक कर्मचारी भी फ्रॉड के शिकार बन रहे हैं। आरबीआई (RBI) ने लोगों को फ्रॉड की जानकारी देने के लिए एक बुकलेट जारी किया है। इसे तीन भागों में विभाजित किया गया है। Part A और Part B में बैंकों और गैर-बैंकिंग कंपनियों (non-banking companies) से जुड़े फ्रॉड बताए गए हैं। Part C में सावधानियां हैं जो आपको फ्रॉड का शिकार होने से बचाते हैं।

online sales platform का इस्तेमाल || RBI Fraud Alert ||

जालसाज ऑनलाइन बिक्री प्लेटफॉर्म पर खुद को खरीदारों की तरह दिखाने की कोशिश करते हैं। वे विक्रेता के उत्पादों में रुचि दिखाते हैं। वे लोगों का भरोसा जीतने के लिए दूरदराज के क्षेत्रों में तैनात सुरक्षा कर्मचारियों की तरह दिखते हैं। वे सेलर को पैसे देने की बजाय यूनिफायड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) एप पर ‘रिक्वेस्ट मनी’ ऑप्शन का उपयोग करते हैं। वे यूपीआई पिन डॉलकर रिक्वेस्ट को स्वीकार करने के लिए सेलर पर दबाव डालते हैं। पैसे फ्रॉडस्टर के खाते में जाते हैं जैसे ही सेलर पिन डालता है।

Screen Sharing App/Remote एक्सेस का इस्तेमाल || RBI Fraud Alert ||

स्क्रीन-शेयरिंग ऐप डाउनलोड करके फ्रॉडस्टर्स ग्राहकों से चोरी करते हैं। जालसाज इस एप का उपयोग करके व्यक्ति के मोबाइल या लैपटॉप को देख और नियंत्रित कर सकते हैं। वे व्यक्ति के पैसे की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वे इसे धन के अनअथाराइज्ड ट्रांसफर के लिए उपयोग करते हैं। वे भी व्यक्तिगत इंटरनेट बैंकिंग या भुगतान एप का उपयोग करते हैं।

search engine के जरिए फ्रॉड || RBI Fraud Alert ||

सर्च इंजन लोगों को बैंक, बीमा कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर और आधार अपडेशन सेंटर की जानकारी देते हैं। कई बार सर्च इंजन में दिखने वाले कॉन्टैक्ट डिटेल बैंक या इंश्योरेंस कंपनियों के नहीं होते। लेकिन ऐसा लगता है। फिर लोग बैंक या बीमा कंपनी का नंबर मानकर उन पर फोन करते हैं। फिर फ्रॉडस्टर्स उन्हें अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जानकारी देने को कहते हैं। लोगों ने उन्हें बैंक कर्मचारी मानते हुए अपनी जानकारी दी। फिर फ्रॉड उनका शिकार बनता है।

qr code scan के जरिए फ्रॉड || RBI Fraud Alert ||

सर्च इंजन लोगों को बैंक, इंश्योरेंस कंपनियों, (insurance companies,) आधार अपडेशन सेंटर और कस्टमर केयर नंबर बताते हैं। बैंकों या इंश्योरेंस कंपनियों के कॉन्टैक्ट डिटेल अक्सर सर्च इंजन पर नहीं मिलते। लेकिन वे इस तरह दिखते हैं। फिर लोग बैंक या बीमा कंपनी का नंबर मानकर उन पर कॉल करते हैं। फिर फ्रॉडस्टर्स उन्हें अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की जानकारी देने को कहते हैं। लोग उन्हें बैंक कर्मचारी मानकर अपनी जानकारी देते हैं। फ्रॉड उनका शिकार करता है।

मोबाइल के चार्जिंग पोर्ट का इस्तेमाल || RBI Fraud Alert ||

फाइल और डाटा को भेजने के लिए मोबाइल चार्जिंग पोर्ट भी उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए फ्रॉडस्टर्स सार्वजनिक चार्जिंग स्थानों का इस्तेमाल करते हैं। इस चार्जिंग प्वाइंट से फोन को फॉडस्टर मिलता है। फिर वे ईमेल, एसएमएस और सेव किया गया पासवर्ड जैसे महत्वपूर्ण डेटा प्राप्त करते हैं। यह जूस जैकिंग है।