EPFO Rule Change ll 7 करोड़ पीएफ कर्मचारी हो जाएं सावधान. ईपीएफओ ने बदला ऐसा नियम कि जानना जरूरी
ईपीएफओ ने अब एक ऐसा नियम बना दिया है, जिसे हर हाल में फॉलो करना होगा. पीएफ कर्मचारी सोच रहे होंगे कि ऐसा कौन सा नियम है जिसे फॉलो करना होगा.
EPFO Rule Change ll अगर आप ईपीएफओ (EPFO) के सदस्य हैं, तो जारी किया गया अहम अपडेट (update ) आपके लिए काफी काम आने वाला है। ईपीएफओ अपने कर्मचारियों को लगातार लेटेस्ट अपडेट (letest update) से अवगत करा रहा है।
EPFO Rule Change ll अगर आप ईपीएफओ (EPFO) के सदस्य हैं, तो जारी किया गया अहम अपडेट (update ) आपके लिए काफी काम आने वाला है। ईपीएफओ अपने कर्मचारियों को लगातार लेटेस्ट अपडेट (letest update) से अवगत करा रहा है। ईपीएफओ ने अब ऐसा नियम बनाया है, जिसका हर हाल में पालन करना होगा। पीएफ कर्मचारी (employees) सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा कौन सा नियम है, जिसका पालन करना होगा। ईपीएफओ ने अब पीएफ खाताधारकों (pf account holders) के लिए अपनी डिटेल्स सही करने के लिए कुछ नियम पेश किए हैं, जिससे वे आराम से इसका लाभ पा सकेंगे।
ईपीएफओ द्वारा नियम पेश किए जाने के बाद पीएफ कर्मचारी को हर हाल में एक्टिवेट हो जाना चाहिए। ईपीएफओ (epfo ) ने नाम, जन्मतिथि समेत व्यक्तिगत पता सही करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया दिशानिर्देश जारी किए हैं।एसओपी संस्करण 3.0 में पीएफ सदस्यों की प्रोफाइल अपडेट (profile update) करने की अनुमति दी गई है, जिसके नियम आपको जरूर जानने चाहिए।ईपीएफओ के नए नियम से जुड़ी अहम बातें ईपीएफओ के नए नियम के बाद यूएएन प्रोफाइल को अपडेट या सुधारने के लिए कुछ जरूरी कागज (important documents) देने होंगे। इसके साथ ही अब सिर्फ एक डिक्लेरेशन देकर आवेदन करने का काम कर सकते हैं, जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। ईपीएफओ ने कहा कि कई तरह की गलतियां होती हैं, जिनमें सुधार में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
अब डेटा अपडेट (data update) नहीं होने की वजह से ये परेशानी उठानी पड़ रही है। इन सब बातों को देखते हुए ये दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे अब सदस्यों को सुविधा होगी। ईपीएफ की नई गाइडलाइन के मुताबिक प्रोफाइल में बदलाव को बड़ी और छोटी कैटेगरी में बांटा गया है। छोटे-मोटे बदलाव के लिए न्यूनतम दो दस्तावेज (document) जरूरी हैं।
क्या हैं विकल्प
जानकारी के लिए बता दें कि ईपीएफ खाताधारक सदस्य (epf account holders) के पास ई-सेवा पोर्ट के जरिए सुधार के लिए संयुक्त घोषणा करने का विकल्प है, जिसका लाभ आराम से उठाया जा सकता है। इसमें केवल ईपीएफ खाते से जुड़े आंकड़ों में ही काम किया जा सकता है। इसके अलावा नियोक्ताओं को पहले भी दूसरे प्रतिष्ठानों के ईपीएफ खाते (epf account) में कोई लेनदेन करने का अधिकार नहीं दिया गया है। वहीं, ईपीएफओ ने कहा कि सदस्य को पंजीकृत पोर्टल लॉगिन से जेडी आवेदन जमा करना होगा।साथ ही, आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि ये सुधार केवल वर्तमान नियोक्ता की ओर से किए जा रहे हैं।