Aadhaar Card Update: अब नहीं देनी होगी आधार की फोटोकॉपी, UIDAI ने बदला बड़ा नियम, 130 करोड़ लोगों पर होगा असर

Aadhaar Card Update:  भारत में आधार कार्ड से जुड़ा एक बड़ा बदलाव आने वाला है। जी हां, एक ऐसा बदलाव जो हर उस व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है जो पहचान के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल करता है। UIDAI यानी यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया अब आधार वेरिफिकेशन को पूरी तरह पेपरलेस बनाने जा रही है। मतलब भविष्य में आपको आधार कार्ड की फोटोकॉपी या उसकी हार्ड कॉपी किसी को भी देने की जरूरत नहीं होगी।

Aadhaar Card Update:  भारत में आधार कार्ड से जुड़ा एक बड़ा बदलाव आने वाला है। जी हां, एक ऐसा बदलाव जो हर उस व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है जो पहचान के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल करता है। UIDAI यानी यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया अब आधार वेरिफिकेशन को पूरी तरह पेपरलेस बनाने जा रही है। मतलब भविष्य में आपको आधार कार्ड की फोटोकॉपी या उसकी हार्ड कॉपी किसी को भी देने की जरूरत नहीं होगी।

कई सालों से लोग होटल में चेक-इन करते वक्त, सिम कार्ड लेते वक्त, किराए पर घर लेते वक्त या किसी संस्था में पहचान साबित करने के लिए आधार की फोटोकॉपी थमा देते थे। लेकिन अब UIDAI ने साफ संकेत दे दिया है कि इस तरीके को पूरी तरह खत्म किया जाएगा। क्योंकि फोटोकॉपी देने से सबसे बड़ा खतरा यह है कि आपकी निजी जानकारी जैसे नाम, पता, आधार नंबर, जन्मतिथि किसी भी जगह जमा हो जाती है। और कई बार लोग नहीं जानते कि वो कॉपी कहां जा रही है और कौन उसे संभाल रहा है या उसका अब आगे क्या इस्तेमाल होने वाला है।

UIDAI का कहना है कि इतने बड़े स्तर पर फिजिकल कॉपीज जमा होना डेटा सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। इसलिए, अब पहचान की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और सुरक्षित की जा रही है। नई व्यवस्था में क्या होगा? अब जब भी कोई संस्था, होटल, इवेंट आयोजक, ऑफिस या कोई भी वेरिफायर आपकी पहचान जांचना चाहेगा, तो वो आपके आधार की फोटोकॉपी लेने की जगह सिर्फ क्यूआर कोड (QR Code) स्कैन करेगा। यह क्यूआर कोड आपके आधार कार्ड पर पहले से मौजूद है, लेकिन UIDAI अब इसे और सुरक्षित और विस्तृत जानकारी वाले नए फॉर्मेट में लाने की तैयारी कर रहा है।

इसके अलावा, UIDAI एक नया ऑफलाइन वेरिफिकेशन ऐप भी ला रहा है, जो बिना इंटरनेट के भी आधार की पहचान सत्यापित कर सकेगा। मतलब ना कोई कॉपी देनी है, ना कोई फॉर्म भरना है, ना कोई फोटोकॉपी मशीन ढूंढनी है। सिर्फ आपका आधार दिखाइए, क्यूआर कोड स्कैन कीजिए और सेकंडों में वेरिफिकेशन हो जाएगा। लेकिन यहां एक और बड़ा नियम लागू होगा। वेरिफिकेशन करने वाली हर संस्था को पहले खुद UIDAI में रजिस्टर करना होगा। देखिए अब तक होता था कि कई बार छोटी दुकानें, गेस्ट हाउस या इवेंट मैनेजर भी बिना किसी परमिशन के लोगों की आधार कॉपी जमा कर लेते थे। लेकिन नए नियम के बाद ऐसा बिल्कुल नहीं होगा। UIDAI के सिस्टम में रजिस्टर्ड हुए बिना कोई भी संस्था किसी भी नागरिक के आधार को वेरीफाई करने की कोशिश भी नहीं कर पाएगी।

ये कदम इसलिए उठाया जा रहा है, ताकि पहचान की प्रक्रिया सुरक्षित रहे और कोई भी डेटा गलत हाथों में न जाए। इसके अलावा, UIDAI नागरिकों को भी जागरूक कर रहा है कि अब वो अपनी आधार की फोटोकॉपी किसी को न दें और सिर्फ डिजिटल वेरिफिकेशन स्वीकार करें। लोगों को कहा जा रहा है कि जहां भी कोई संस्था फिजिकल कॉपी मांगे, वो गलत है और आप उन्हें डिजिटल वेरिफिकेशन का विकल्प बताएं।आज के वक्त में आधार कार्ड भारत की सबसे बड़ी पहचान प्रणाली है। 130 करोड़ से ज्यादा लोग इसका उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में उसका सुरक्षित होना सबसे ज्यादा जरूरी है। UIDAI का ये कदम भारत को एक ऐसे भविष्य की ओर ले जाएगा, जहां पहचान की प्रक्रिया पेपरलेस भी होगी, फास्ट भी होगी और साथ ही 100% सुरक्षित भी।