Chamba Pangi News: सचे जोत में बर्फ की सफेद चादर, पांगी के लोगों की बढ़ी मुश्किलें

Chamba Pangi News: रविवार रात को मौसम ने अचानक करवट ली और घाटी में बारिश का दौर शुरू हो गया। इसके साथ ही पांगी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला भी आरंभ हो गया। 14ए482 फीट की ऊंचाई पर स्थित सचे जोत ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ लीए जहां करीब छह इंच तक बर्फ गिरी। इसके अलावा घाटी के अन्य ऊपरी इलाकों जैसे कुमार भटौरी, हुडान,सुराल, हिलूटवान, शुण और सुराल भटौरी में भी लगभग दो इंच बर्फबारी दर्ज की गई है।

Chamba Pangi News: पांगीः जिला चंबा के कबायली उपमंडल पांगी को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाला नजदीकी सचे जोत वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है। रविवार देर रात से क्षेत्र में हो रही बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के कारण पांगी घाटी सचे जोत से संपर्क लगभग कट गया है। सचे जोत में करीब छह इंच ताजा हिमपात दर्ज किया गया हैए जिसके बाद लोक निर्माण विभाग ने एहतियातन इस मार्ग को अधिकारिक तौर पर बंद कर दिया हुआ है। इस बर्फबारी के बाद समूची पांगी घाटी शीतलहर की चपेट में आ गई है और तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है।

मौसम के इस बदले मिजाज ने पांगी के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अब घाटी के निवासियों को किसी भी आवश्यक कार्य के लिए जिला मुख्यालय चंबा पहुंचने के लिए वाया जम्मू या कुल्लूण्मनाली का लंबा और खर्चीला सफर तय करना पड़ेगा। जहां सचे जोत दर्रे से होकर चंबा की दूरी लगभग 170 किलोमीटर हैए वहीं वैकल्पिक मार्गों से यह सफर 700 किलोमीटर से भी अधिक का हो जाता है।

ऊंचाई वाले क्षेत्रों ने ओढ़ी सफेद चादर

रविवार रात को मौसम ने अचानक करवट ली और घाटी में बारिश का दौर शुरू हो गया। इसके साथ ही पांगी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला भी आरंभ हो गया। 14ए482 फीट की ऊंचाई पर स्थित सचे जोत ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ लीए जहां करीब छह इंच तक बर्फ गिरी। इसके अलावा घाटी के अन्य ऊपरी इलाकों जैसे कुमार भटौरी, हुडान,सुराल, हिलूटवान, शुण और सुराल भटौरी में भी लगभग दो इंच बर्फबारी दर्ज की गई है। इस बर्फबारी के बाद पूरी घाटी में ठंड का प्रकोप बढ़ गया हैए और लोगों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों और अलाव का सहारा लेना शुरू कर दिया है।

लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता रवि शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि साच जोत पर बर्फबारी के कारण मार्ग पर फिसलन बढ़ गई हैए जिससे वाहनों का चलना खतरनाक हो गया है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दर्रे को अधिकारिक तौर पर यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए है। अगर अगले कुछ दिनों में मौसम साफ रहता है और बर्फ पिघलती हैए तो 15 अक्तूबर से पहले मार्ग को फिर से खोलने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि, यह पूरी तरह से मौसम की मेहरबानी पर निर्भर करेगा।