Himachal News: सोलन|| हिमाचल प्रदेश में ‘चिट्टा’ (सिंथेटिक ड्रग्स) युवाओं को ही नहीं, बल्कि उनके पूरे परिवारों को खोखला कर रहा है। सोलन जिले के नालागढ़ से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक विवाहिता ने अपने पति की नशे की लत और हैवानियत से तंग आकर अपनी जीवनलीला समाप्त करने की कोशिश की। गनीमत रही कि वक्त रहते उसके पिता ने उसे मौत के मुंह से खींच लिया। यह घटना drug abuse impact on families का एक भयावह उदाहरण है। chitta drug addiction cases in himachal
पीड़िता के पिता ने बताया कि उन्होंने पांच साल पहले अपनी बेटी की शादी बरूणा माजरा निवासी लाडी नामक युवक से की थी। शादी के शुरुआती दो साल सब ठीक रहा, लेकिन फिर लाडी चिट्टे जैसे खतरनाक नशे की गिरफ्त में आ गया। नशे ने उसे ऐसा जकड़ा कि उसने काम-धंधा छोड़ दिया। घर का खर्च चलाने की जिम्मेदारी बेटी पर आ गई, जो एक निजी कंपनी में अकाउंटेंट थी। लेकिन पति उसे न सिर्फ मारता-पीटता था, बल्कि उसके ऑफिस जाकर भी तंग करता था। यह domestic violence case अब पुलिस की चौखट तक पहुंच गया है।
अस्पताल में भर्ती पीड़िता ने जो आपबीती सुनाई, वह रोंगटे खड़े करने वाली है। उसने बताया कि उसका पति न सिर्फ खुद नशा करता था, बल्कि उसे भी नशे की ओवरडोज देकर मारने की कोशिश कर चुका है। हद तो तब हो गई जब वह उसे गंदा काम करने के लिए मजबूर करने लगा। मना करने पर उसे जान से मारने की धमकियां दी जाती थीं। लगातार मिल रही शारीरिक और मानसिक यातनाओं से वह गहरे डिप्रेशन में चली गई। 2 दिसंबर को प्रताड़ना की हदें पार होने पर उसने यह suicide attempt जैसा कदम उठाया।
महिला ने नहर में कूदने से पहले अपने परिवार को एक आखिरी मैसेज भेजा था। मैसेज पढ़ते ही परिजन रोपड़ नहर की तरफ दौड़े, लेकिन तब तक वह छलांग लगा चुकी थी। पिता ने बताया कि वहां मौजूद कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया, जिसके बाद उन्होंने खुद नहर में कूदकर अपनी बेहोश बेटी को बाहर निकाला। फिलहाल, पुलिस ने जोघो चौकी में आरोपी पति और ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है। पुलिस अब नशा तस्करी, घरेलू हिंसा और आत्महत्या के लिए उकसाने समेत सभी पहलुओं से police investigation कर रही है।

