Kullu Dussehra || भगवान रघुनाथ की रथयात्रा के साथ अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे का शुभारंभ, कुल्लू में इंटरनेशनल दशहरा उत्सव: भगवान रघुनाथ का रथ खींचने उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़;
Kullu Dussehra: कुल्लू। आज विश्व कुल्लू दशहरा उत्सव का आगाज हो गया है। ढालपुर (Dhalpur) में देवी-देवताओं का आगमन सुबह से ही जारी था। बहुत से देवता भगवान रघुनाथ के दरबार में आते हैं। ढोल-नगाड़ों की मधुर ध्वनि पूरी घाटी को घेरती है। और भगवान की धुनों से वातावरण भक्तिमय हो गया है। शाम चार […]
![Kullu Dussehra || भगवान रघुनाथ की रथयात्रा के साथ अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे का शुभारंभ, कुल्लू में इंटरनेशनल दशहरा उत्सव: भगवान रघुनाथ का रथ खींचने उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़;](https://pangighatidanikapatrika.in/media-webp/2023-10/patrika-news-himachal-224.jpg)
Kullu Dussehra: कुल्लू। आज विश्व कुल्लू दशहरा उत्सव का आगाज हो गया है। ढालपुर (Dhalpur) में देवी-देवताओं का आगमन सुबह से ही जारी था। बहुत से देवता भगवान रघुनाथ के दरबार में आते हैं। ढोल-नगाड़ों की मधुर ध्वनि पूरी घाटी को घेरती है। और भगवान की धुनों से वातावरण भक्तिमय हो गया है।
1300 सैनिक ढालपुर में तैनात हैं और ड्रोन और सीसीटीवी से पूरी तरह से निगरानी की जा रही है। 1660 से भगवान रघुनाथ के सम्मान में ये मेला मनाया जाता है। कुल्लू दशहरा की पहली सांस्कृतिक संध्या में पार्श्व गायक साज भट्ट, दूसरी में पंजाबी गायिका सिमर कौर, तीसरी में यूफोनी बैंड और लमन बैंड, चौथी में पंजाबी गायक शिवजोत, पांचवीं में जसराज जोशी, छठी में पार्श्व गायिका मोनाली ठाकुर आकर्षण रहेंगे. हारमनी ऑफ द पाइन्स। दर्शकों को अंतिम संध्या में रमेश ठाकुर, कुशल वर्मा, लाल सिंह, खुशबू भारद्वाज और ट्विंकल जैसे लोक कलाकारों से मनोरंजन मिलेगा। दशहरा पर पहली बार मलयेशिया, रूस, साउथ अफ्रीका, कजाकिस्तान, रोमानिया, वियतनाम, केन्या, श्रीलंका, ताइवान, किरगीस्तान, इराक और अमेरिका से कलाकारों की प्रस्तुति होगी।
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![रघुनाथ थी जी की राजसत्ता Kullu Dussehra: भक्तों कहा जाता है कि जब तक रघुनाथ जी का मंदिर स्थापित होने के बाद, कुल्लू में रघुनाथ जी का ही अधिपत्य रहा है। राजा महाराजा उनके आशीर्वाद से ही से ही अपना राज काज चलाते रहे हैं। इस घाटी में रघुनाथ जी की मूर्ति लाने के बाद ही, यहाँ भगवान श्री राम की भक्ति की शुरुआत हुई।](https://www.pangighatidanikapatrika.in/media-webp/2023-12/patrika-news-himachal-224-768x402.jpg)
सबसे अच्छा समय Kullu Dussehra: बंधुओं अगर आप रघुनाथ मंदिर के दर्शन के साथ छुट्टी मनाने हेतु कुल्लू जा रहे हैं तो आप के लिए अप्रैल से जून का समय बेहतर है, दर्शन के साथ यहाँ की हरियाली का आनंद लेना चाहते हैं तो आपके लिए जुलाई से नवंबर का समय उचित होगा और यदि आपको दर्शन के साथ साथ बर्फवारी का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो आपके लिए दिसंबर से मार्च का समय उचित होगा।
दर्शनीय स्थल Kullu Dussehra: भक्तों, अगर आप कुल्लू स्थित रघुनाथ जी मंदिर की यात्रा पर जा रहे हैं तो कुल्लू में बिजली महादेव मंदिर का दर्शन अवश्य करें। इसके अलावा कुल्लू घाटी में देवी देवताओं के सैकड़ों मंदिर हैं उनका दर्शन भी अवश्य करें। यदि आप सैर सपाटे का शौक भी रखते हैं तो आप वॉटर और एडवेंचर स्पोर्ट, नग्गर, जगतसुख, देव टिब्बा, बंजार, मणिकर्ण और रुमसू आदि के पर्यटन का आनंद ले सकते हैं।