Khan Sir Viral Video: सोशल मीडिया पर मशहूर शिक्षक खान सर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह दावा कर रहे हैं कि अगर अमेरिका से रिश्ते खराब हुए तो Gmail और UPI जैसी सेवाएं भारत में बंद हो जाएंगी। इस दावे ने लाखों लोगों के मन में चिंता पैदा कर दी है।नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच इन दिनों रिश्ते खराब तो हैं, लेकिन क्या ये इतने खराब हो गए हैं कि वह भारत में जीमेल बैन करने की सोच रहा है? यह सवाल उठे हैं ‘खान सर’ के नाम से मशहूर फैजल खान के एक वायरल वीडियो से। वीडियो में खान सर ने दावा किया कि अमेरिका से रिश्ते खराब हुए तो वह भारत में जीमेल बंद कर देगा और भारत को जमीन पर ला देगा। यही नहीं, इससे UPI, फेसबुक और व्हाट्सएप जैसी ऐप्स भी ठप हो जाएंगी, यहां तक कि फोन भी चलना बंद हो जाएंगे।
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग खान सर पर बरस पड़े। हर कोई उन्हें बताने लगा कि जीमेल बंद होने से UPI बंद नहीं होगा। कुछ लोगों ने दावा किया कि जीमेल बंद होने का मतलब है कि गूगल बंद हो जाएगा। गूगल बंद हुआ तो प्ले स्टोर नहीं चलेगा। अगर प्ले स्टोर नहीं चलेगा तो UPI ऐप डाउनलोड नहीं होंगे। ऐसे में भारत में ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम ठप हो जाएगा। यह सब तर्क-वितर्क चल ही रहे थे कि किसी ने X (पूर्व में ट्विटर) के AI चैटबॉट Grok से ही सवाल पूछ लिया। जवाब में Grok ने कहा, “खान सर की बात में कुछ गलतफहमी है। UPI, NPCI के अपने इंडियन डेटा सेंटर्स पर चलता है। यह जीमेल या गूगल सर्विसेज से डायरेक्टली लिंक नहीं है।” अगर जीमेल ब्लॉक हो भी जाए, UPI ऐप जैसे BHIM, Paytm इत्यादि काम करते रहेंगे। एंड्रॉइड फोन्स पर कुछ लिमिटेशन्स आ सकती हैं, लेकिन खान सर का दावा पूरी तरह से सही नहीं है।
Grok की बात सही है क्या?
एक वरिष्ठ वकील प्राची प्रताप ने बताया कि UPI के इस्तेमाल के लिए जीमेल अकाउंट की जरूरत अनिवार्य नहीं है। इसके लिए सिर्फ आपके पास पेमेंट करने वाला ऐप, जैसे PhonePe, Paytm आदि होना चाहिए। उस पर अपना फोन नंबर डालकर अकाउंट बना सकते हैं। जैसा कि एक यूजर ने भी बताया कि UPI किसी पब्लिक क्लाउड पर रन नहीं करता। भारत में किसी भी सरकारी ऐप की लोकेशन किसी पब्लिक क्लाउड पर रन नहीं करती है। सरकार के पास अपने डेटा सेंटर होते हैं। NPCI ऐसा ही डेटा सेंटर है, जिस पर UPI वर्क करता है। NPCI यानी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, एक गैर-लाभकारी कंपनी है, जो रिजर्व बैंक और भारतीय बैंक संघ ने 2008 में बनाई थी, ताकि पूरे भारत में डिजिटल भुगतान और पैसों के लेन-देन को सरल और सुरक्षित बनाया जा सके।
क्या ट्रंप बंद करवा सकते हैं Gmail?
लेकिन सबसे जरूरी बात यह है कि क्या डोनाल्ड ट्रंप के हाथ में भारत में जीमेल बैन करना है? ‘इंडिया टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत या किसी भी संप्रभु देश में डोनाल्ड ट्रंप जीमेल ब्लॉक नहीं कर सकते। जीमेल गूगल का प्रोडक्ट है और गूगल एक प्राइवेट कंपनी है। ट्रंप इतना कर सकते हैं कि वह गूगल पर कुछ प्रतिबंध लगा दें, लेकिन भारत में जीमेल बैन करने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ भारत सरकार के पास है। रही बात गूगल कंपनी के ऐसा करने की, तो वह इतने बड़े बाजार में दुकान बंद कर अपने पैर पर कुल्हाड़ी क्यों मारना चाहेगी?
प्राची प्रताप आगे बताती हैं कि अगर अमेरिका के राष्ट्रपति यह ऐलान करते हैं कि विदेशों में जीमेल या गूगल सेवाएं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं, इसके जरिए आतंकवाद या जासूसी का रिस्क है, तो वह ‘अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम 1977’ के तहत अमेरिकी कंपनियों को कुछ देशों में ये सेवाएं बंद करने का आदेश दे सकते हैं। इसके लिए पहले उन सभी कंपनियों के संबंध में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करना होगा। लेकिन उनके लिए इस एक्ट के जरिए सिर्फ एक कंपनी को काम करने से रोकना संभव नहीं होगा।