Himachal Hindi News: शिमला: देवभूमि हिमाचल प्रदेश पर इस मॉनसून में कुदरत का कहर टूट पड़ा है। प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने भयानक तबाही मचाई है। आलम यह है कि इस मॉनसून सीजन में अब तक 50 से भी ज्यादा जगहों पर बादल फटने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं, जो अपने आप में एक भयावह रिकॉर्ड है। हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। भारी बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन से हर साल तबाही हो रही है। इसी मॉनसून सीजन में रिकॉर्ड 50 से ज्यादा जगह बादल फट चुके हैं।
ग्लोबल वार्मिंग के साथ इसके लिए विशेषज्ञ पहाड़ों पर बन रही झीलों एवं बांधों को भी जिम्मेदार मान रहे हैं। कुदरती आफत से 3979 करोड़ रुपए की निजी व सरकारी संपत्ति को नुकसान हो चुका है। प्रदेश में इससे 4 नेशनल हाईवे समेत 1087 सड़कें बंद पड़ी हैं। इसी तरह 2838 बिजली के ट्रांसफार्मर और 509 पेयजल योजनाएं भी बंद पड़ी हैं। प्रदेश में इस मॉनसून सीजन में बाढ़, बादल फटने और लैंडस्लाइड से 64 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 46 लोग लापता हैं। कुल मिलाकर 110 लोग प्राकृतिक आपदा का शिकार हो चुके हैं। प्रशासन के मुताबिक अब लापता लोगों की जिंदा मिलने की संभावनाएं ना के बराबर बची हैं।