शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़ी अस्पताल आईजीएमसी शिमला में एक डॉक्टर ने मनोरोगी के पेट से बिना आॅपरेशन एंडोस्कोपी की मदद से 22 सेंटीमीटर लंबी रॉड निकालने में सफलता हांसिल की है। आईजीएमसी के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग इस डॉक्टर ने जिला मंडी के 20 वर्षीय युवक को एक नया जीवनदान दिया है। बताया जा रहा है
कि युवक मानसिक रोगी है और पिछले काफी समय से युवक का साइकेट्रिक विभाग में उपचार चल रहा था। डॉक्टरों का कहना है कि युवन से मेटल की रॉड निगल थी। जब एक्सरे करवाया तो खाने की पाइप से लेकर पेट तक एक धातु की रोड दिखाई दी। बाद में डॉक्टरों ने मरीज को गेस्ट्रो एंट्रोलॉजी विभाग में भेजा।
यह पर एंडोस्कोपी की मदद से 22 सेंटीमीटर लंबी रॉड को बाहर निकाला गया। विभाग का दावा है कि इस तरह का यह पहला मामला है। इस दौरान विभाग की डॉ. राजेश, डॉ. विशाल, डॉ. आशीष टेक्नीशियन जय प्रकाश और सिस्टर मोनिका की देखरेख में रॉड निकाली गई है।