UPI Payment: RBI का बड़ा ऐलान, UPI का इस्तेमाल करने वाले हो जाएं अलर्ट; इस चीज को दी मंजूरी

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

UPI Payment: यूपीआई पेमेंट में अगस्त में काफी वृद्धि हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस बीच एक महत्वपूर्ण घोषणा की है जिसका असर ग्राहकों पर भी होगा। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने लेनदेन के लिए बैंकों द्वारा प्रदान की गई पूर्व-स्वीकृत ऋण रेखाओं (Pre-Sanctioned Credit Lines) को भी UPI प्रणाली में शामिल करने का घोषणा किया है। इससे ग्राहकों को भी लाभ मिलेगा। यूपीआई प्रणाली के माध्यम से अभी तक केवल जमा रकम का लेनदेन किया जा सकता था। अप्रैल में, केंद्रीय बैंक ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का दायरा बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था। इसके तहत बैंकों में पहले से मंजूर ऋण सुविधा से ट्रांसफर की अनुमति दी गई। फिलहाल, क्रेडिट कार्ड, प्रीपेड वॉलेट, बचत खाते और ओवरड्रॉफ्ट खाते को यूपीआई से जोड़ा जा सकता है।

बैंकों में पूर्व-स्वीकृत ऋण सुविधा का यूपीआई के जरिए परिचालन
रिजर्व बैंक ने भी एक परिपत्र जारी किया है जो “बैंकों में पूर्व-स्वीकृत ऋण सुविधा का यूपीआई के जरिए परिचालन” पर केंद्रित है। आरबीआई ने इसमें बहुत कुछ कहा है। आरबीआई ने बताया कि यूपीआई के दायरे में अब ऋण सुविधा भी शामिल है। रिजर्व बैंक ने बताया, “इस सुविधा के तहत व्यक्तिगत ग्राहक की पूर्व सहमति से अनुसूचित कमर्शियल बैंक के जरिए व्यक्तियों को जारी पूर्व-स्वीकृत ऋण सुविधा के माध्यम से भुगतान किया जा सकेगा।

भारतीय बाजार में नए उत्पादों का उत्पादन हो सकता
केंद्रीय बैंक का कहना है कि ऐसा करने से खर्च कम हो सकता है और भारतीय बाजार में नए उत्पादों का उत्पादन हो सकता है। अगस्त में यूपीआई से लेनदेन 10 अरब का आंकड़ा पार कर गया था, जो मोबाइल उपकरणों के माध्यम से चौबीसों घंटे तत्काल मनी ट्रांसफर के लिए उपयोग किया जाता था। यूपीआई लेनदेन जुलाई में 9.96 अरब था। साथ ही, आने वाले दिनों में यूपीआई पेमेंट में और वृद्धि की उम्मीद है।

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