Success Story || अमेरिका से नाता तोड़ बसे गांव में, घर की नौकरानी से मिला आइडिया बना डाली कंपनी

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

Success Story || जिंदगी में किसी भी चीज को पाने के लिए या सफल होने के लिए लगातार कड़ी मेहनत और योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ना होता है। सफलता और असफलता सिक्के के दो पहलू हैं किसके हाथ में क्या लगे यह कोई नहीं जानता। कामयाबी का रास्ता अमूमन टेढ़ी-मेढ़ी खीर होता है। आज हम बात कर रहे हैं अर्जुन अहलूवालिया (Arjun Ahluwalia) की सफलता के सफर की। वह इस समय 2000 करोड रुपए की स्टार्टअप कंपनी (start-up company) के संस्थापक है। आप जानकर हैरान होंगे कि उन्होंने में काम करने वाली नौकरानी से आइडिया लिया था। उनकी नौकरानी मुंबई (maid mumbai) के धारवी में रहती थी। धारवी  दुनिया की सबसे बड़ी झुग्गियों में से एक है। अर्जुन के दिमाग में आइडिया तब आया जब उन्हें पता चला कि उनकी नौकरानी ने मोबाइल फोन खरीदने के लिए निजी वित्तीय सेवा कंपनी (financial services company) से लोन लिया है।

फिर इस आईडिया के बाद अर्जुन ने अमेरिका में अपनी नौकरी छोड़ दी और भारत आकर Business करने का मन बनाया। अर्जुन न्यूयॉर्क में प्रमुख निजी इक्विटी फर्म में नौकरी करते थे, बढ़िया सैलरी मिलती थी, इतनी आकषर्कता होने के बावजूद उन्होंने फैसला लिया और 6 साल पहले भारत लौट आए । करीब 6 महीने तक महाराष्ट्र के गांव में रहे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग पहलुओं पर गहन अध्ययन किया और अपने Business को लेकर रणनीति बनाई। इस दौरान उन्होंने किसानों के साथ बातचीत की और किसानों की जरूरत को समझा ।वउन्होंने इस व्यवसाय को अकेले ना शुरू करते हुए अपने दोस्तों के साथ शुरू करने का मन बनाया। उन्हें लगा कि उभरते भारतीय बाजार में कारोबार शुरू करने के लिए कोई ना कोई साथ में होना जरूरी हैम अर्जुन ने  जब यह कारोबार शुरू किया था उस समय उनकी उम्र 27 साल थी। 

उन्होंने फाइनेंस में  टैक्सास एएंडएम यूनिवर्सिटी (Texas A&M University) से डिग्री हासिल की हुई है । उन्होंने भारत वापस आने का रास्ता चुना था उनका आइडिया एक ऐसा मंच बनाने पर केंद्रित था जो भारतीयों को विविध  तरीके से सफलता हासिल करने में मददगार साबित हो सके। कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में 8 महीने से सफल पायलट प्रोजेक्ट ( pilot project) के बाद उन्होंने रोलर फिटनेस फॉर्म की औपचारिक तरीके से स्थापना की और आगे बढ़ते गए। धीरे-धीरे उनकी कंपनी ग्रोथ करती गई। उन्हें सीरीज ए फंडिंग में 3 करोड डॉलर और सीरीज बी राउंड में अतिरिक्त 5 करोड डालर यानी की 398 करोड रुपए प्राप्त हुए। आज लगभग 2000 करोड रुपए तक की यह सीमा बढ़ गई है। यारा ग्रोथ वेंचर, जीमो वेंचर पार्टनर्स और डीजी दआईवा वेंचर जैसे बड़े निवेशकों के साथ वेंचर बनाकर फंडिंग राउंड में भाग लेकर अर्जुन ने उद्यम में अपना भरोसा जताया है। आज के समय में अर्जुन अहलूवालिया किसी पहचान के मोहताज नहीं और भारतीय किसानों के बीच में एक लोकप्रिय और समृद्ध व्यक्ति के रूप में उभरे हैं।